नई दिल्ली : जहाँ देश में एक तरफ सरसों की सप्लाई में मजबूती देखने को मिल रही है. तो वहीँ यह भी देखने को मिल रहा है कि दूसरी तरफ इसकी कीमतों में मजबूती बरक़रार है. बता दे कि बीते दो महीनो में सरसों की कीमतों में 700 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि देखी जा चुकी है. मामले में ही यह जानकारी भी सामने आई है कि इस वर्ष में सरकार का सरसों उत्पादन का लक्ष्य भी पिछले साल से करीब 10 फीसदी अधिक है.
लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी कीमतों में कोई कमी नहीं हो रही है. अपितु कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है. इस बढ़ती कीमत को देखते हुए सरकार भी इसके लिए स्टॉक लिमिट लगाने पर विचार कर रही है. इसके साथ ही यह भी सुनने में आ रहा है कि ग्लोबल मार्केट में पाम ऑयल की कीमतों में मजबूती के चलते सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी का रुझान बना हुआ है.
गौरतलब है कि ग्लोबल मार्केट में पाम ऑयल की कीमत 2 साल की ऊंचाई के पास पहुँचने में कामयाब हुई है. बताया जा रहा है कि ग्लोबल मार्केट में अप्रैल माह के दौरान पाम ऑयल की कीमतें 45,610 रुपए प्रति टन पर पहुँचने में कामयाब हो गई है, जोकि पाम ऑयल का 25 महीने का उच्चतम स्तर बताया जा रहा है.