जिस किसी पर भी यदि भगवान शनि देव की कृपा हो जाये तो समझो उसका बेड़ा पार हो जाता है। लेकिन यदि किसी की कुंडली में शनि की दशा, महादशा या साढ़े साती हो तो निश्चित ही इसकी समय अवधि में व्यक्ति को परेशानी आती है। चाहे यह परेशानी आर्थिक रूप से हो या फिर शारीरिक रूप से ही क्यों न हो, जब तक व्यक्ति को शनि की कुदृष्टि पड़ती है, तब तक अशुभ फल ही प्राप्त होता है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ सरल उपाय बताये गये है, जिन्हें करने से साढ़े साती का कष्ट दूर होता है।
-भगवान शनि देव को हर शनिवार तेल चढ़ाये और दीपक लगाकर कृपा प्राप्ति के लिये प्रार्थना करें।
-प्रत्येक शनिवार को शनि से संबंधित वस्तुओं का दान, शनि मंदिर में करें। शनि का दान तेल, काले तिल, काले उड़द और काला कपड़ा बताये गये है।
-काले तिल से बनी रेवड़ी का प्रसाद शनि मंदिर में चढ़ाने से भी भगवान शनिदेव प्रसन्न हो जाते है।
-काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी को धारण करें।
-काले कपड़े में चुटकी भर काले तिल बांधे और इसकी पोटली अपने पास रखें।
-शनि देव के दस नामों का प्रतिदिन पाठ करें।
ये है भगवान शनि देव के दस नाम-
1- कोणस्थाय नमः
2- पिंगलाय नमः
3- बभ्रवे नमः
4-कृष्णाय नमः
5- रौद्रान्तकाय नमः
6-यमाय नमः
7-सौरये नमः
8-शनैश्चराय नमः
9-मन्दाय नमः
10- पिप्लायश्रयसंस्थिताय नमः