टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा और अशोक डिंडा के बीच रणजी ट्रॉफी के अंतर्गत पश्चिम बंगाल के तमिलनाडु के खिलाफ मैच से पहले अभ्यास सत्र के दौरान तीखी बहस होने का मामला सामने आया है. जानकारी मिली है कि दोनों खिलाड़ियों के बीच यह तकरार इतनी तीखी थी कि पश्चिम बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी, कोच साईराज बहुतुले और मैनेजर समीर दासगुप्ता को हस्तक्षेप करना पड़ा और दोनों खिलाडियों से बात करनी पड़ी.सूत्रों के अनुसार यह बहस तब हुई जब शनिवार को बंगाल के खिलाड़ी फुटबॉल खेल रहे थे.
बताया जा रहा है कि डिंडा ने विपक्षी टीम के कुछ खिलाड़ियों को 'टेकल' किया. ये खिलाड़ी इस बात से खुश नहीं थे क्योंकि क्रिकेट टीम के फुटबॉल सत्र के दौरान यह अघोषित नियम की तरह है कि कोई भी खिलाड़ी, टेकल नहीं करेगा. कैब के एक वरिष्ठ खिलाड़ी के अनुसार इसी दौरान डिंडा का एक तेज शॉट ओझा के कान के पास से गुजरा. इससे उन्हें चोट भी लग सकती थी इससे ओझा, डिंडा पर चिल्ला पड़े. उधर डिंडा भी तैश में आ गए.
दोनों खिलाड़ियों के बीच बात आगे बढ़ी कि टीम के दूसरे खिलाड़ियों ने बीचबचाव कर दिया. सूत्रों के अनुसार, डिंडा ने ओझा को 'बाहरी खिलाड़ी' बताया. बता दें कि ओझा पिछले सीजन में अंतर राज्यीय स्थानांतर के तहत हैदराबाद से पश्चिम बंगाल शिफ्ट हुए हैं. मामले की शिकायत कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली से भी की गई है.