फरीदाबाद। देशभर में दीपावली के अवसर पर जमकर आतिशबाजी की गई। बड़े पैमाने पर लोग पटाखे चलाते रहे। लक्ष्मी पूजन के बाद देशभर के गली - मोहल्लों में आतिशबाजी नज़ारे देखने को मिले। मगर दीपावली की अगली सुबह सैर करने वालों को हवा मेें बारूद की गंध का अनुभव हुआ। देशभर में दीपावली के अवसर पर छोड़े जाने वाले पटाखों से ध्वनि व वायुप्रदूषण बढ़ गया था।
प्रदूषण को लेकर नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स की जानकारी सामने आई है कि दीपावली पर देश में फरीदाबाद सबसे अधिक प्रदूषित नगरी रही। यहां पर पर्टिकुलेट मैटेरियल औसतन 405 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर था। गौरतलब है कि पीएम 60 माइक्रोग्राम से अधिक होता है तो यह स्वास्थ्य के लिए हितकर नहीं माना जाता है। मगर फरीदाबाद में तो यह स्तर 405 तक पहुंच गया था। फरीदाबाद के अलाा गुड़गांव, पंचकूला में पीएम काफी अधिक था।
देश में कई स्थानों पर बीते वर्ष की तुलना में अधिक प्रदूषण हुआ है। प्रदूषण के स्तर को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार बिहार के मुजफ्फरपुर, पटना, दिल्ली में, हरियाणा के फरीदाबाद में कर्नाटक के बेंगलुरू में और महाराष्ट्र के मुंबई में और राजस्थान के जयपुर में प्रदूषण मानने के लिए यंत्र लगाया गया था। इसी तरह की मशीनें चेन्नई, हैदराबाद और लखनऊ में भी लगाई गई थी। माना जा रहा है कि पटाखों के कारण और वाहनों के अधिक चलने के कारण वायु प्रदूषण हुआ।