रतलाम में चप्पे-चप्पे पर पुलिस, 150 पर दर्ज हुआ केस, जानिए क्यों मचा बवाल?

रतलाम में चप्पे-चप्पे पर पुलिस, 150 पर दर्ज हुआ केस, जानिए क्यों मचा बवाल?
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रतलाम: मध्य प्रदेश के रतलाम में गणपति पंडाल पर हुए पथराव एवं 2 समुदायों के बीच हुई हिंसा को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पुलिस की तहकीकात में यह स्पष्ट हुआ है कि यह घटना शहर में फैली एक अफवाह की वजह से हुई, जिसे स्थानीय गुंडा लखन रजवानिया ने फैलाया था। इस बात की जानकारी रतलाम के एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने दी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, लखन रजवानिया, सुधाकर राव मराठा का करीबी है। हाल ही में रतलाम पुलिस ने सुधाकर राव मराठा समेत सात लोगों के खिलाफ हफ्ता वसूली का मुकदमा दर्ज किया था, फिर यह उपद्रव हुआ।

स्थिति इतनी बिगड़ गई कि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना गणेश चतुर्थी के दिन मोचीपुरा क्षेत्र में हुई थी। जब भगवान गणेश की प्रतिमा को ले जाया जा रहा था, तब कुछ लोगों ने एक विशेष समुदाय द्वारा पथराव की अफवाह फैला दी। इस अफवाह के फैलते ही पूरे शहर में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई तथा बड़े आंकड़े में लोगों ने स्टेशन रोड थाने का घेराव कर आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। विवाद की शुरुआत स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ आरम्भ कर दी। हालात नियंत्रण से बाहर जाते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस ने शनिवार रात तक 150 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली, जिनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। घटना के वक़्त गणपति का जुलूस मोचीपुरा इलाके से गुजर रहा था, तभी एक ट्रांसजेंडर ने कहा कि जुलूस में सम्मिलित किसी व्यक्ति ने पत्थर फेंका है। इसी बात से विवाद भड़क उठा तथा लोग आक्रोशित हो गए।

यहां तक कि गणेश की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त करने के प्रयास का आरोप लगाया गया। जब यह जानकारी लोगों तक पहुंची, तो 500 से ज्यादा लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। आधी रात तक लोग हंगामा करते रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी राहुल लोढ़ा खुद मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाकर शांत कराया। जब जांच की गई और CCTV फुटेज देखे गए, तो पता चला कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई थी। यह सब महज एक अफवाह थी। तनावपूर्ण हालात देखते हुए रतलाम पुलिस ने आसपास के जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया था। 13 आरोपी नामजद अफवाह फैलाने वाले ट्रांसजेंडर एवं बदमाश लखन रजवानिया समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनसे पूछताछ के पश्चात् पुलिस ने घटना का खुलासा किया। पुलिस ने दावा किया कि लखन रजवानिया के कहने पर ट्रांसजेंडर काजल ने अफवाह फैलाई थी। इस मामले में 13 नामजद आरोपियों सहित 150 से ज्यादा लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। नामजद आरोपियों में काजल, लखन रजवानिया, रवि शर्मा, महेंद्र सोलंकी, जलज सांखला, नितेश, मुकेश बंजारा, मंथन भोंसले, रवि सेन, विजय प्रजापति, अमन जैन, जयदीप गुर्जर, और अजु बरगुंडा शामिल हैं। इन सभी पर भीड़ को उकसाने, हंगामा करने और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने का आरोप है।

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