उज्जैन : सिंहस्थ 2016 के पूर्व मध्यप्रदेश के धार्मिक नगर उज्जैन में विस्फोटक सामग्री मिलने से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। हालांकि इस मामले में एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है कि यह विस्फोटक सामान किसी आतंकी संगठन ने नहीं बल्कि लोकायुक्त पुलिस के एक सिपाही ने ही होस्टल में रखवाया था। हालांकि अभी इस बात की जांच की जा रही है कि इस साजिश में किसी आतंकी संगठन के इन्वाॅल्वमेंट की कोई संभावना है या नहीं। मध्यप्रदेश पुलिस ने दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया है। अब इनसे जानकारी ली जा रही है।
दरअसल इस तरह की वारदात दोनों ने क्यों की इसका स्पष्ट पता नहीं चल सका है। मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल यह जानकारी मिली है कि लोकायुक्त पुलिस इंदौर के सिपाही आशीष चंदेल ने रंजिश निकालने के लिए विस्फोटक सामग्री होस्टेल में रखी थी। इसके लिए आशीष चंदेल ने अपने मित्र सुशील मिश्रा का सहारा लिया। उल्लेखनीय है कि सुशील निजी सुरक्षा एजेंसी में सुरक्षा गार्ड है। सुशील मिश्रा को जानकारी थी कि विस्फोटक सामग्री कहां से मिल सकती है दरअसल उसने खदान में भी कुछ समय के लिए कार्य किया था।
सुशील मिश्रा और आशीष ने विस्फोटक सामग्री ली। अशोक नगर से यह सामग्री ली गई। जिसके बाद इसे होस्टल में रख दिया गया। यही नहीं आशीष ने ही साजिश नाम से एक मोबाईल सिम विक्रेता से सिम खरीदी और उसी नाम से फर्जी आधार कार्ड तैयार करवाया। इसके बाद वे विस्फोटक सामग्री को व्यवस्थित करने में जुट गए लेकिन इतने में ही सामग्री की जानकारी पुलिस को मिल गई। हालांकि पुलिस इस मामले में जांच में जुटी है।