वारसा: पोलैंड देश में एक ऐसे कानून को लागू करने जा रहा है, जिससे देश में अबॉर्शन पर पूरी तरह प्रतिबंध लग जाएगा। इस प्रस्ताव को मध्यकालीन बताते हुए लोग इसका विरोध कर रहे है। इस कानून के लागू हो जाने पर कई तरह की समस्याएं आ सकती है।
जैसे दुष्कर्म या महिला के भ्रूण में किसी स्वास्थय संबंधी समस्या होने पर भी गर्भपात को गैर कानूनी माना जाएगा। पोलैंड में अब भी गर्भपात के लिए कड़े कानून है, लेकिन इसमें छूट इतनी है कि दुष्कर्म के मामले में या फिर जन्म के बाद बच्चे को कोई गंभीर बीमारी होने के खतरे में गर्भपात की इजाजत है।
इस प्रतिबंध का समर्थन कैथोलिक चर्च के बिशॉप और शीर्ष नेताओं ने किया है। दरअसल सत्तारुढ़ पार्टी का चर्च से करीबी नाता है। लॉ एंड जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष जारोस्लॉ केजेंस्की को शक्ितशाली शख्सियत के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव गर्भपात पर 'बिशप की शिक्षाओं के अधीन' है।
ओर्डो लूरिस नाम के एक कंजर्वेटिव लीगल ग्रुप ने इस लेजिलेशन का मसौदा तैयार किया है और पोलिश बिशप की कॉन्फ्रेंस ने इसका समर्थन किया है। प्रधानमंत्री बीएटा स्जेडलो भी इसके समर्थन में है।