लखनऊ: पांच वर्ष से ज्यादा वक़्त से कांच के बक्से में रखी एक 'लकड़ी की कुर्सी' जिसे चुनावी माहौल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए शुभ माना जाता है, एक बार फिर चर्चाओं में आ गई है. भाजपा के नेताओं का मानना है कि यह कुर्सी पार्टी के लिए काफी भाग्यशाली है क्योंकि जब भी नरेंद्र मोदी इस कुर्सी पर बैठे हैं, भाजपा ने कानपुर के आसपास की सीटों पर तो जीत दर्ज की ही है, साथ ही केंद्र और राज्य में भी पार्टी को अभूतपूर्व सफलता हाथ लगी है.
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पीएम नरेंद्र मोदी की शनिवार यानी नौ मार्च को होने वाली रैली के लिए एक बार फिर इसे रंग-रोगन कर तैयार किया जा रहा है और भाजपा नेताओं की इच्छा है कि पीएम मोदी एक बार फिर इसी कुर्सी पर बैठें और एक बार फिर केंद्र की गद्दी पर पीएम मोदी बैठें. भाजपा कानपुर के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने कहा है कि, ‘‘2014 लोकसभा चुनाव से पूर्व नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में अपनी पहली चुनावी विजय शंखनाद रैली 19 अक्टूबर 2013 को इंदिरा नगर मैदान में की थी उस समय इस कुर्सी पर पीएम मोदी पहली दफा बैठे थे.
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उन्होंने कहा कि उसके बाद अप्रैल 2014 में कोयला नगर में लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी की रैली एक बार फिर कानपुर के कोयला नगर मैदान में हुई तब फिर से मोदी जी इसी कुर्सी पर बैठे. इसके बाद वे देश के पीएम बन गए. 'मैथानी कहते है, ‘‘इसके बाद सितंबर 2016 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व पीएम मोदी ने निराला नगर मैदान में एक चुनावी सभा की जिसमें एक मर्तबा फिर वे इसी कुर्सी पर बैठे थे और 2017 में उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत से भाजपा की सरकार बनी थी .'
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