पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मुजफ्फरपुर में परिवर्तन रैली में मौजूद मतदाताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर की भीड़ बता रही है कि समय बदलने वाला है। सरकार बदलने वाली है। उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाली आपदा के समय मेरी बिहार आने की इच्छी थी। आखिर अपनों की दूरी कैसी बैचेन बनाती है। पिछले 10 साल में जो प्रधानमंत्री थे वे 10 वर्ष में एक बार हवाई निरीक्षण करने आए थे। मगर मेरे 14 माह में यहां की जनता का विरह परेशान कर रहा था। क्या यहां की जनता को लगता है कि बिहार में बदलाव होना चाहिए। अंधेरे से उजाला होना चाहिए।
बेरोजगारी से रोजगार मिलने चाहिए। गुंडागर्दी से मुक्ति चाहिए। यदि यह सब चाहिए तो मुझे सेवा करने का अवसर दीजिए। उन्होंने बिहार में अराजक शासन को लेकर कहा कि आरजेडी का अर्थ है रोजाना जंगल राज का डर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार की जनता को 60 माह में ही सभी वादे पूरे कर दिखाऐंगे। हम जिम्मेवारी से भागने वाले नहीं हैं। हो सकता है कि राजनीतिक टकराव नज़र आता हो लेकिन भाजपा के विरोधियों ने तो बिहार का ही गला घोंट कर रख दिया है। आखिर बिहार की जनता के साथ क्या किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार के भाई बहन को इस तरह की हालत में नहीं छोड़ा जा सकता है। ये चुनाव बिहार के नौजवानों का भविष्य बदलने के लिए है बिहार की माताओं बहनों को बदलने के लिए है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास जताया कि भाजपा की सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए है। आम आदमी के लिए है। ये चुनाव किसानों का भाग्य बदलने वाला है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब जंगलराज से मुक्ति चाहती है। जो लोग यह कहते थे कि मोदी की बिहार में जरूरत नहीं है मोदी को बिहार में नहीं आने देंगे यदि ऐसे लोगों की सरकार बनेगी और दिल्ली से नाता ही नहीं रखा जाएगा तो ऐसे लोगों का भला होगा क्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से बिहार की सेवा का मौका मांगा। इस दौरान उन्होंने गुजरात का उल्लेख करते हुए कहा कि गुजरात में जन्मे मेरे जैसे लोग कृष्ण के पुजारी हैं और बिहार में रहने वाले यदुवंशी भी श्रीकृष्ण को मानते हैं। कालियानाग को दमन करने वाले ऐसे लोग आज रो रहे हैं।
बिहार की जनता ने ऐसा ही जहर पिया। यदुवंशियों को कभी भी जहर पीने के लिए मजबूर मत कीजिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतिश कुमार और लालू यादव के सांप कहे जाने वाले विवादित बयान को लेकर कहा कि कौन सांप है कौन नहीं है कौन जहर पीता है कौन पिलाता है। अरे भाई ये तुम दोनों तय कर लो। बिहार की जनता को जहर पीने के लिए मजबूर मत करो। वर्ष 2015 में बिजली पहुंचाने का दूसरी पार्टियों का वायदा खोखला साबित हुआ। बिजली नहीं आई और फिर भी वादा तोड़कर वोट मांगने आ गए। उल्लेखनीय है कि नीतिश सरकार ने वायदा किया था कि यदि राज्य में पर्याप्त विद्युत आपूर्ति नहीं की गई तो फिर वोट नहीं मांगा जाएगा लेकिन नीतिश के नाम ही जनता परिवार चुनाव लड़ रहा है। जो परेशानियां सामने हैं वह 100 दिन की है उसके बाद बिहार की जनता इनकी छुट्टी कर देगी।