होसुर/ तमिलनाडु। बहुचर्चित अगस्ता वेस्टलैंड मसले पर राजनीति गर्मा गई है। पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने में लगे हैं। हालात ये हैं कि इस सौदे में जहां भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिप्त होने का आरोप लगाया वहीं भाजपा पर कांग्रेस जबरन हंगामा करने और असल मसलों को सामने न लाए जाने के ही साथ कार्य न करने का आरोप लगा रही है। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने सार्वजनिक टिप्पणी की है। उन्होंने इस मामले को चोरी कहा है और इस बात का संकेत दिया है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
कांग्रेस का उदाहरण दिए बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले में विरोध किया और कहा कि यदि इटली के न्यायालय ने कहा है कि भारत में बीती सरकार के लोगों ने पैसे लिए तो फिर आप वर्तमान सरकार को क्यों परेशान करने में लगे हैं। क्या आपका कोई नातेदार इटली में निवास करता है। आखिर मेरा कोई रिश्तेदार इटली में निवास करता है क्या। उन्होंने कहा कि मैंने इटली नहीं देखा है।
मैं इटली नहीं गया। उन्होंने कहा कि मैंने इटली में किसी से भेंट की है। यदि इटली के लोगों ने आरोप लगाया है तो फिर उन्हें क्या करना चाहिए। उनका कहना था कि हेलिकाॅप्टर चोरी के मामले में जो भी शामिल हैं उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए या फिर नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी ने लोगों के नट बोल्ट कस दिए हैं। इसलिए मोदी को लोग दिल्ली में कार्य नहीं करने देते हैं। उन्होंने कहा कि उनके अंदाज़ ने भ्रष्टाचार पर लगाम कसी है।