नई दिल्ली : सोमवार को राष्ट्रपति के तौर पर प्रणब मुखर्जी ने अपने कार्यकाल के चार वर्ष पूरे कर लिए। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में एक संग्रहालय का निर्माण किया गया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया। पीएम ने इस दौरान कहा कि कई मायनों में राष्ट्रपति उनके अभिभावक और संरक्षक है।
उन्होने कहा कि हम राष्ट्रपति से सीखते है कि कैसे अलग-अलग दलों के नेता साथ मिलकर काम करते है। संग्रहालय के उद्घाटन के अवसर पर पीएम ने मुखर्जी को चार साल पूरे करने पर बधाई देते हुए कहा कि जब मैं दिल्ली में बिल्कुल नया था, मेरे लिए सबकुछ नया था। तब उन्होने ही मेरे लिए एक गार्जियन की भूमिका निभाई।
आगे मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने कई मुद्दों पर मेरे मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। यह सुविधा किसी-किसी को ही मिलती है। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि भारत सरकार की सारी नीतियां राष्ट्रपति भवन से लागू की जाती है। फिर चाहे वो अक्षय ऊर्जा हो या जल संरक्षण या फिर पर्यावरण से संबंधित नीति। इस नवनिर्मित म्यूजियम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की धरोहरों को संजोया गया है।
जहां जाकर आप बिल्कुल उनके साथ चलता हुआ महसूस करेंगे। यहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ फोटो लेने की भी व्यवस्था की गई है और साथ ही पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की वीणा को भी यहां देखा जा सकता है। इस तीन मंजिला म्यूजियम का निर्माण सरोज घोष ने किया है।
1,30,000 स्कवॉयर फीट में फैले इस संग्रहालय में 200 कलाकृतियों को सजाया गया। इसके जरिए भारत के राष्ट्रपतियों का सफर व उनकी दास्तां को बयां करने की कोशिश की गई, लेकिन आम जनता के लिए इसे 2 अक्टूबर तक खोला जाएगा।