राजकोट: केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार राजकोट को एक के बाद एक तोहफे दे रही है. हाल में ही पीएम मोदी ने वडोदरा को नजरअंदाज करते हुए राजकोट को एम्स का सबसे बड़ा उपहार दिया है. इससे पहले इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गांधी म्यूजियम जैसे बड़े तोहफे इसी वर्ष राजकोट को मिल चुके हैं. जिससे कयास लगाए जाने शुरू हो गए हैं कि पीएम मोदी राजकोट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
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सुत्रों की मानें तो ये सारे उपहार इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा का चुनाव राजकोट सीट से लड़ना चाहते हैं और व्यक्तिगत तौर पर उसकी तैयारियां शुरु हो चुकी हैं . स्वाभाविक धारणा यह है कि गुजरात के निवासी होने और राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री बनने के कारण नरेंद्र मोदी गुजरात राज्य में एक सीट और अन्य राज्य की एक सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे.
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ऐसे में गुजरात में राजकोट सीट कई मायनों मे मोदी के लिए अधिक सुरक्षित दिखाई दे रही है. उल्लेखनीय है कि 2014 के लोक सभा चुनें में मोदी ने वाराणसी और गुजरात की वडोदरा सीट से चुनाव लड़ा था. लेकिन अब उन्होंने वडोदरा सीट से त्यागपत्र दे दिया है. वर्तमान में, वाराणसी और ओडिशा के पुरी का नाम भी सुर्खियों में है. हालांकि, राजकोट से उनकी उम्मीदवारी के बारे कोई आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है, लेकिन इसकी संभावनाएं प्रबल बताई जा रही हैं.
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