गुजरात में प्रचार का दौर और राज नेताओं के दौरे
गुजरात में प्रचार का दौर और राज नेताओं के दौरे
Share:

इसमें कोई शक नहीं कि इस बार गुजरात का विधानसभा चुनाव बेहद रोचक हो गया है. यहां के चुनाव प्रचार में रोज़ाना बदलाव नज़र आ रहा है. कभी पलड़ा बीजेपी के पक्ष में तो कभी कांग्रेस के पक्ष में जाता दिखाई दे रहा है. इसलिए भाजपा फिर से सत्ता पाने और कांग्रेस अपनी खोई प्रतिष्ठा पाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. इसीलिए पीएम मोदी और राहुल गाँधी गुजरात के तूफानी दौरे कर रहे हैं.

आपको बता दें कि पीएम मोदी ने गुजरात चुनाव की तैयारी बहुत अर्से पहले ही शुरू कर दी थी. हार्दिक पटेल के पाटीदार आंदोलन से उपजे आक्रोश को ठंडा करने के लिए कई दिनों से योजनाएं बन रही थी. जापानी पीएम शिंजो आबे के साथ बुलेट ट्रेन परियोजना के शिलान्यास से बहुत पहले पीएम बनते ही सरदार सरोवर बांध की ऊंचाई बढ़ाने के पीएम मोदी के त्वरित फैसले के साथ ही गुजरात चुनाव की व्यूह रचना तैयार हो गई थी.

जहाँ तक गुजरात चुनाव में मोदी के दौरों का प्रश्न है तो, पीएम मोदी ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. गुजरात में आचार संहिता लगने से पहले मोदी ने 16 रैलियां की थी, जबकि अभी यहां मोदी की 37 से अधिक रैलियां और होंगी. इस तरह गुजरात चुनाव में पीएम 50 से ज्यादा रैलियां करने वाले हैं. पीएम बनने के बाद 17 राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान आचार संहिता लगने के बाद मोदी ने 170 रैलियां की हैं. गुजरात चुनाव में पीएम मोदी अब जो रैलियां करेंगे उन्हें मिलाकर वे रैलियों का दोहरा शतक लगा लेंगे.

जबकि दूसरी ओर राहुल गाँधी भी गुजरात चुनाव को लेकर खूब दौरे कर रहे हैं. राहुल गाँधी अब तक गुजरात में प्रचार के लिए 7वीं बार आ चुके है. इनमें सोमनाथ मंदिर का विवादास्पद दौरा भी शामिल है, जहाँ उन्होंने गैर हिन्दू रजिस्टर में हस्ताक्षर कर बीजेपी को चुनाव में एक और मुद्दा दे दिया.

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद का नामांकन भरने के बाद राहुल गाँधी फिर गुजरात पहुंचे और अंजार और मोरबी में रैली की. मोरबी में पीएम मोदी भी रैली कर चुके हैं. इसके बाद सुरेंद्रनगर जिले के धांग्रधरा में और सुरेंद्रनगर के वढवाण में रैली को सम्बोधित करने के बाद राहुल गांधी आज 6 और 7 दिसंबर को मध्य गुजरात में चुनाव प्रचार करेंगे. यह दिन पहले चरण के प्रचार के लिए आखिरी दिन है .

इस बार कांग्रेस को लग रहा है कि पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर का साथ मिल जाने से कांग्रेस की नैया पार हो जाएगी. जो भी होगा 18 दिसंबर को होने वाली मतगणना में सामने आ जाएगा.

यह भी देखें

इस खबर पर यकीन करना, नामुमकिन है.

संघर्ष के दौर में कांग्रेस की जिम्मेदारी संभालेंगे राहुल

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -