इस्लामाबाद: आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं इस वायरस की चपेट में आने से 28000 से अधिक मौते हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है. ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए यह कहना जरा मुश्किल सा है कि इस बीमारी से कब तक निजात मिल पाएगा.
वहीं अब कोरोना वायरस पाक को अपना निशाना बना चुका है. जंहा बीते शुक्रवार को वहां पर एक ही दिन के अंदर रिकॉर्ड संख्या में मरीज बढ़े है. इनकी संख्या अब बढ़कर 1363 तक हो गई है. पाकिस्तान में इसकी वजह से 11 लोगों की मौत भी हो चुकी है. हालांकि एक अच्छी खबर ये भी है कि इस वायरस की चपेट में आए 23 लोग ठीक भी हुए हैं. इस वायरस की चपेट में अब पंजाब सबसे अधिक है. यहां पर इसके कि 490 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं सिंध में 440, खैबरपख्तून्ख्वां में 180 मामले, बलूचिस्तान में 133 मामले, गुलाम कश्मीर में 93 मामले और इस्लामाबाद में 27 मामले सामने आए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार इस बीच पाकिस्तान ने पत्रकारों से बात करते हुए कोरोना वायरस से खराब हो रहे हालातों पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि पैसों की कमी की वजह से ईरान से लगती सीमा और ताफ्तान में आ रहे श्रद्धालुओं कोबेहतर सुविधा नहीं दे पा रहे हैं. आपको बता दें कि पाकिस्तान में काफी संख्या में ईरान से आए श्रद्धालु इस वायरस से संक्रमित पाए गए थे. उनके मुताबिक जब वहां पर इसका पहला मामला सामने आया था तब जफर मिर्जा वहां पर गए थे और पीएम को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. इस रिपोर्ट को देखकर वो चौंक गए थे क्योंकि वहां पर जरूरी सुविधाओं की भारी कमी थी. उन्होंने ये भी कहा कि फंड की कमी की वजह से बलूचिस्तान का भी यही हाल है. उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए यहां तक कहा है कि इसको खराब प्रबंधन नहीं कहा जा सकता है बल्कि यहां पर किसी तरह का कोई मैनेजमेंट ही नहीं है जिसकी वजह से भी ये मामले बढ़ रहे हैं.
कोरोना जैसी बीमारी से लड़ने के लिए अमेरिका करेगा भारत की मदद
पाक को नहीं है कोरोना का भय, दांव पर लगाई लाखों लोगों की जान
कोरोना : इस देश के राष्ट्रपति को नहीं है जनता की परवाह, दिया शर्मसार करने वाला बयान