कानपुर: वर्ष 1981 में फूलन देवी और उसके गिरोह ने सभी के दिलों और दिमाग को हिला कर रख दिया था वहीं उन्होंने एक के बाद एक लोगों को मौत के घात उतार दिया है वहीं बेहमई कांड में शनिवार यानी 18 जनवरी 2020 को फैसला आने की उम्मीद है. जंहा बीते गुरुवार यानी 16 जनवरी 2020 को बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने लिखित बहस और रूलिंग दाखिल कर दी थी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बात का पता चला यही कि 14 फरवरी 1981 को फूलन देवी और उसके गिरोह ने बेहमई गांव में धावा बोलकर 20 लोगों की हत्या कर दी थी. जंहा छह लोग गोली लगने से घायल हुए थे. बेहमई गांव निवासी राजाराम सिंह ने फूलन देवी समेत 35-36 डकैतों के खिलाफ थाना सिकंदरा में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद मामला देशभर में चर्चित रहा था.
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि वर्ष 2012 में डकैत फूलन समेत भीखा, पोसा, विश्नाथ, श्यामबाबू और राम सिंह पर आरोप तय किए गए थे. मामले की सुनवाई सुधीर कुमार विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित क्षेत्र (एंटी डकैती) की कोर्ट में चल रही है. जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी राजू पोरवाल ने बताया कि शनिवार फैसला आने की पूरी उम्मीद है.
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