रोहतक: कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने में लगे PGI रोहतक के पहले चरण का ट्रायल सफल रहा है. संस्थान के अनुसार, ट्रायल सही दिशा में चल रहा है और प्रथम चरण के परिणाम जल्द सामने आएंगे. उम्मीद है कि इस साल के आखिर तक कोरोना वैक्सीन तैयार होकर बाजार में आ जाएगी.
PGI रोहतक ने प्रथम चरण पूरा होने के बाद दूसरे चरण के ट्रायल की शुरुआत कर दी है. पूरे देश में दूसरे चरण का ट्रायल 380 वॉलिंटियर पर होगा. इनमें रोहतक PGI के 50 वॉलिंटियर भी शामिल होंगे. इस ट्रायल में नई बात यह है कि इस बार डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को भी वैक्सीन के परिक्षण में शामिल किया गया है. संस्थान ने अभी तक 15 वॉलिंटियर्स की स्क्रीनिंग कर ली है और बाकी 35 वॉलिंटियर्स की स्क्रीनिंग भी जल्द पूरी हो जाएगी. इस ट्रायल में आधे वॉलिंटियर्स को 3 माइक्रोग्राम व आधे वॉलिंटियर्स को को 6 माइक्रोग्राम की खुराक दी जाएगी.
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओपी कालरा ने कहा है कि प्रथम चरण के परिणाम काफी सकारात्मक आए हैं और वॉलिंटियर में एंटीबॉडी लेवल भी बेहद अच्छा है. किन्तु इसके नतीजे भारत बायोटेक ही जारी करेगा. उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के ट्रायल की इजाजत उन्हें मिल चुकी है और रोहतक PGI तक़रीबन 50 वॉलिंटियर पर यह ट्रायल करेगा. दूसरे चरण के ट्रायल में कुछ बदलाव किए गए हैं. जिसमें 12 से 65 साल तक की उम्र के लोगों पर यह ट्रायल किया जाएगा.
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