मैगी के लिए पहुंच सकते हैं कोर्ट, चल सकते हैं सिर के बल
मैगी के लिए पहुंच सकते हैं कोर्ट, चल सकते हैं सिर के बल
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मुंबई : देशभर में मैगी पर प्रतिबंध लगने और लगातार नेस्ले की साख गिरने के बाद नेस्ले द्वारा आज मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर इस तरह के प्रतिबंध को हटाए जाने की मांग की गई है। मैगी को लेकर कंपनी द्वारा लड़ी जा रही कानूनी लड़ाई के दौरान मैगी के एक विज्ञापन की यादें ताज़ा हो जाती हैं, जिसमें बच्चे यह जिंगल दो मिनट रूक सकते हैं, चल सकते हैं सिर के बल गाते हुए नज़र आते हैं। मैगी के पैक में अमानक स्तर की सामग्री पाए जाने के बाद देशभर में मैगी को प्रतिबंधित कर दिया गया है। यही नहीं बाजार से मैगी के पैक हटाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में दिल्ली सरकार द्वारा मैगी पर करीब 15 दिन का बैन लगाया गया तो वहीं, गुजरात समेत अन्य देशों में भी मैगी के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

दूसरी ओर यह कहा जा रहा है कि मैगी के पैक में पाए जाने वाले नूडल्स में लैड पाया गया है। जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होता है। देशभर से स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें आने के बाद जब मैगी के सेंपल लिए गए और इनकी जांच की गई तो इस तरह की बातें सामने आईं।

मामले में कहा गया है कि मैगी में अमानक सामग्री पाए जाने पर इसके विक्रय को तुरंत रोका जाना चाहिए। दूसरी ओर नेस्ले द्वारा अपने बचाव में वाद दायर कर कहा गया है कि बरसों से चलने वाले इस उत्पाद को इस तरह से प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता है।

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