नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को 12 विपक्षी सांसदों को निलंबित करने के लिए केंद्र सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि प्रशासन को यह समझना चाहिए कि देश में अलग-अलग विचार रखना ही हमारे देश की परम्परा है। थरूर ने कहा, "हमारे देश में अन्य आवाजों को सुना जाना चाहिए, और केंद्र को इसे पहचानना चाहिए। संसद का उद्देश्य बहस और चर्चा करना है। तभी आप वास्तव में लोकतांत्रिक संसद चला सकते हैं यदि आप लोगों को अपनी राय व्यक्त करने में सक्षम बनाते हैं।"
निलंबित राज्यसभा सांसदों ने बुधवार को संसद परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के पास धरना प्रदर्शन किया और अपने को शेष शीतकालीन सत्र के लिए सदन से निलंबित किए जाने का विरोध किया।
बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत विपक्षी पार्टी के नेताओं ने संसद के भीतर गांधी प्रतिमा पर धरना दिया और राज्यसभा के 12 सदस्यों का निलंबन हटाने की मांग की।मॉनसून सत्र के आखिरी दिन विपक्षी दलों के 12 सांसदों को कथित तौर पर हंगामा करने के आरोप में संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया। जिन लोगों को निलंबित किया गया है उनमें कांग्रेस के छह सांसद, टीएमसी और शिवसेना के दो सांसद और सीपीएम और भाकपा का एक सांसद शामिल हैं।
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