नई दिल्ली : मानसून में नरमी के चलते फसल को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है. और फसल में उत्पादन की कमी के कारण कीमतों में जबरदस्त उछाल भी देखने में आया है. बात करें दालों की आपको बता दे कि दालों का उत्पादन भी कम हुआ है जिस कारण इसके भावों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मामले में यह भी देखा जा रहा है कि दालों के भाव इस तरह से बढ़ने के कारण अब लोग दाल की जगह कोई अन्य विकल्प भी तलाशने में लग गए है. यह इसलिए भी हो रहा है क्योकि दाल खरीदना अब आम लोगों की पहुँच से बाहर का काम हो गया है. यह भी देखा जा रहा है कि दाल आजकल अमीर लोगों की थाली में ही देखने को मिल रही है.
देश में कई जगह तो यह भी देखने में आ रहा है कि लोग दाल की जगह अंडे को अपने भोजन में शामिल करने में लगे हुए है. जबकि कई राज्य ऐसे भी है जहाँ लोग चिकन को भी तवज्जों देने में लगे हुए है. इसके चलते लोगों का यह भी कहना है कि दाल की कीमते ऊपर होती जा रही है लेकिन इसके बावजूद भी इसकी चर्चा किसी चुनाव प्रचार में सामने नहीं आ रही है.
गौरतलब है कि दाल के दाम जहाँ कुछ समय पहले 140 रु बने हुए थे वे ही अब 180 रु तक पहुँच गए है जिसके चलते लोगों को ना चाहते हुए भी दाल से मुह मोड़ना पड़ रहा है. इस बढ़ती कीमत के कारण देश के होटल्स वगैरह में भी दाल का भाव बढ़ा दिया गया है. सरकार इस कीमत को रोकने के लिए लगातर प्रयास भी कर रही है लेकिन फिर भी देखना अब यह होगा की दाल के भाव कब कम होते है.