अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए धन इकट्ठा करने का अभियान शनिवार को समाप्त हो चुका है। बोला जा रहा है कि जनवरी में शुरू हुए इस अभियान में तकरीबन 2 हज़ार करोड़ रुपये का चंदा जमा हो चुका है। गिनती का कार्य अब भी चल रहा है। जिसके अतिरिक्त मंदिर के खाते में पैसे जमा किए जाने का काम अब भी चल रहा है। ऐसे में ये राशि को और भी बढ़ाया जा सकता है। ये चंदे देश और विदेश दोनों जगहों से आएं हैं। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने लोगों से मांग की है कि अगर कोई अब भी चंदा देना चाहता है तो वो स्थानीय टीम या ऑफिस से संपर्क किया जा सकता है।
जंहा इस बात का पता चला है कि राम मंदिर निधि समर्पण अभियान की शुरुआत मकर संक्राति के दिन 15 जनवरी से किया गया था। इस बीच चंदा जमा करने के लिए टीमों ने तकरीबन5 लाख गांव का दौरा किया। स्वयंसेवकों द्वारा प्राप्त स्वैच्छिक योगदान,श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के SBI/PNB/BOB खातों की स्थानीय शाखाओं में जमा कर दिया गया। बता दें कि इसी ट्रस्ट के पास मंदिर के निर्माण का जिम्मा है।
बढ़ सकती है चंदों की राशि: मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या में ट्रस्ट कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बोला कि फिलहाल उनके पास सिर्प एक अनुमानित राशि है, जो लगभग 2,000 करोड़ रुपये है। अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने बोला है कि 'गिनती और ऑडिट की पूरी प्रक्रिया में एक माह का वक़्त लग सकता है। बहुत सारे चेक बैंकों में हैं और शुक्रवार से तीन दिनों के लिए बैंकों की छुट्टी थी। इसलिए बहुत सारे चेक को क्लियर करना बाकी है। हमें स्वयंसेवकों के पास बाकी बचे कूपन भी वापस लेने होंगे और वो भी गिनना होगा।'
शुरू है निर्माण कार्य: वहीं इस बात का पता चला है कि राम मंदिर की नींव की भराई का काम अगले 15 दिनों में शुरू हो जाएगा। अभी मंदिर की नींव के लिए खुदाई का काम तेजी से चल रहा है। जिसके अंतर्गत राम जन्मभूमि परिसर के भीतर मौजूद मंदिरों को तोड़े जाने के उपरांत भारी-भरकम जेसीबी मशीनें जमीन को समतल करती जा रही हैं।
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