पटना : बैंक खातों के चलन को लेकर जहाँ देशभर में कई कवायदें की जा रही है वहीँ अब यह बात भी सामने आई है कि बिहार मे भी बैंक खातों को लेकर उपयोग बढ़ाने की बात की जा रही है. इस मामले में ही यह बात भी सामने आ रही है कि यहाँ जितनी भी व्यक्तिगत लाभ को लेकर योजनाएँ चल रही है उन सभी का पैसा सीधे सम्बंधित व्यक्ति के बैंक खातें में पहुँच जाना है.
इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए आपको यह भी बता दे कि मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की अध्यक्षता में केबिनेट की एक बैठक को भी अंजाम दिया गया और इस दौरान यहाँ करीब 36 एजेंडों पर मुहर लगाने का काम भी किया गया. मामले में प्रधान कैबिनेट सचिव का यह कहना है कि यह पूरा काम आरटीजीएस और एनईएफटी का उपयोग करते हुए किया जाना है. इसके साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि अनुदान और छात्रवृति का पैसा भी सीधे लाभुकों के बैंक अकाउंट में डाला जाना है.
यहाँ तक की जिन छात्रों के पास बैंक अकाउंट नहीं है उनका पैसा अभिभावकों के अकाउंट में भेजा जाना है. इसीके साथ यह कहा गया है कि पेंशन से जुड़े सभी व्यक्तियों को साल मे एक बार जीवित प्रमाण पत्र देना जरुरी होगा. राज्य सरकार का यह मानना है कि इस नई व्यवस्था से कई लोगों को लाभ पहुंचने वाला है. और इसके लागू होने के साथ ही लोगों को अनुदान. पेंशन और छत्रवृत्ति के लिए कार्यालयों के चक्क्र भी नहीं लगाना पड़ेंगे.