कार्टिजोना : कोलंबिया में वर्षों पुराने विवाद पर आखिरकार विराम लग गया। दरअसल यहां पर वामपंथी फार्क विद्रोहियों और सरकार के बीच शांति समझौता हुआ। इस समझौते से बरसों पुराने विवाद का अंत हो गया है। हालांकि अभी पूरी तरह से विवाद सुलझा नहीं है लेकिन शांति समझौते के बाद इस विवाद का सुलझना तय है। इस शांति समझौते पर यूएन में खुशी जाहिर की गई।
कोलंबिया सरकार ने वामपंथी फार्क विद्रोहियों के नेता का स्वागत किया और उन्हें चियरअप किया। गौरतलब है कि विद्रोही नेता तिमान्शेको और कोलंबिया के राष्ट्रपति मैनुअल सांतोस ने समझौते पर हस्ताक्षर भी किए। हस्ताक्षर हेतु उन्होंने बुलेट आकार के पेन का उपयोग कर एक संदेश दिया कि अब शांति से ही काम बनेगा। इस शांति समझौते पर यूएन महासचिव बान की मून ने भी खुशी जाहिर की है।
कोलंबिया के राष्ट्रीय मैनुअल सांतोस द्वारा यह कहा गया कि यूरोपीय संघ कोलंबिया के निर्माण में सहायता करेगा। 52 वर्ष तक गृहयुद्ध चलने के बाद अब शांति समझौता हुआ है। हालात ये थे कि इस युद्ध के कारण लगभग 60 लाख लोगों को पलायन करना पड़ा जबकि ढाईलाख की जान चली गई थी।