नई दिल्ली : केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के बाद से ही विपक्षी दलों ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को एक बार फिर संसद में विपक्षियों ने जमकर हंगामा बरपाया। हालांकि लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हंगामेबाज विपक्षी दलों के नेताओं को शांत कराने का प्रयास किया था, बावजूद इसके जब हंगामा थमा नहीं तो फिर सदन की कार्रवाई को स्थगित करने का ऐलान किया गया।
लोकसभा के साथ ही राज्यसभा में भी हंगामा होता रहा, इसके चलते देर दोपहर तक के लिये कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा। नोटबंदी को लेकर विपक्ष दल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जवाब तलब करना चाहते है, विपक्षी दलों की मांग है कि मोदी संसद में आकर प्रश्नों का जवाब दे। हालांकि मोदी सरकार विपक्षियों से चर्चा करने के लिये तैयार है लेकिन जिस तरह से बार-बार गतिरोध उत्पन्न हो रहा है उससे चर्चा होना मुश्किल दिख रही है।
मुझे बोलने दो, भूकंप आ जायेगा
नोटबंदी के खिलाफ बोलने से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बिल्कुल भी मौका चूकते नहीं है। उन्होंने कहा है कि मोदी, लोकसभा में आने से क्यों डर रहे है, इस बात का उन्हें आश्चर्य है। राहुल ने कहा कि यदि सरकार मुझे लोकसभा में बोलने दे तो भूकंप आ जायेगा। राहुल का आरोप है कि उन्हें संसद में बोलने का मौका ही नहीं दिया जाता है। जब भी वे बोलने का प्रयास करते है, सत्ता पक्ष के सांसद बीच में खड़े होकर अवरोध उत्पन्न कर देते है।