पपीता के पत्ते डेंगू रोगियों के लिए 'संजीवनी' बन गए हैं. पपीता के कारण खून में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ जाती है, इसलिए आयुर्वेदिक डॉक्टर अब पपीता के पत्तों का रस पीने को कहते हैं, जिन लोगो के खून में प्लेटलेट्स की मात्रा कम है उनके लिए पपीते के पत्तो का सेवन बहुत फायदेमंद होता है,बुखार,डेंगू और टाइफाइड होने पर खून में प्लेटलेट्स की मात्रा कम हो जाती है, इसलिए रोगी कमजोर हो जाते हैं.
आयुर्वेदिक चिकित्सक के अनुसार पपीते के पत्ते प्लेटलेटों की गिनती में वृद्धि करने के लिए और डेंग,चिकनगुनिया के मरीजों के उपचार में सक्षम होते है.इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले पपीते के पत्तो को अच्छे से धोकर पीसने के बाद इसे पानी के साथ मिलाकर लिया जा सकता है.
आजकल तो कुछ दवाओं की कम्पनियो ने पपीता पाचन एसिड कैप्सूल का निर्माण भी शुरू कर दिया है. अगर आपको डेंगू या चिकनगुनिया हो गया है तो पपीते के पत्तो के रस को दिन में दो बार पीना चाहिए.और इसके रस को पीने से पहले और बाद में खून की जांच करवानी चाहिए,आप खून में यक़ीनन ब्लड प्लेटलेट्स की मात्रा में वृद्धि हो गयी होगी.
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