शुरू हो चुका है पंचक, भूलकर भी ना करें यह काम
शुरू हो चुका है पंचक, भूलकर भी ना करें यह काम
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आप सभी को बता दें, कि पंचक लग चुके हैं और ऐसे समय में कुछ काम करना वर्जित माने जाते हैं. ऐसे में पंचक बीते कल यानी 19 जुलाई दोपहर बाद 2.57 बजे से शुरू हो चुके हैं. आपको बता दें कि यह 24 जुलाई को तीसरे पहर 3.40 बजे समाप्त हो जाएगा. इसी के साथ अब ज्योतिष की माने तो जब चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र के चारों ओर भ्रमण करता हैं तो पंचक लगता हैं. कहा जाता है इस काल को अशुभ माना जाता हैं इसलिए खास तौर पर सतर्कता की जरूरत होती हैं.

वहीं ज्योतिषों के मुताबिक़ इस बार पंचक सावन में लग रहे हैं, तो ऐसे में कां​वड़ियों को कांवड़ नहीं उठाना चाहिए. जी हाँ, इसी के साथ कांवड़ के दौरान लाया गया जल भगवान शिव पर चढ़ाया जाता हैं इसलिए इन दिनों में कांवड़ के साथ जल लेकर जाना उचित नहीं होता है. कहते हैं पंचक में मृत्यु को शुभ नहीं माना जाता हैं और ऐसा कहा जाता है इस दौरान अगर किसी मनुष्य की मृत्यु हो जाती हैं तो घर के अन्य सदस्यों पर भी ऐसा ही संकट मंडराता रहता हैं. वहीं जिस शख्स की मृत्यु पंचक में होती हैं, उसके दाह संकस्कार के समय पांच पुतले बनाकर उसका भी शव के साथ दाह संस्कार कर देना चाहिए.

वहीं पंचक काल में जिस वक्त घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घर या कही पर लकड़ी, घास या फिर जलाने वाली वस्तुएं एकत्र नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आग लगने का भी भय रहता हैं. वहीं कहते हैं जब पंचक शुरू हो तब किसी यात्रा से बचना चाहिए और खासकर दक्षिण दिशा की ओर यात्रा बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए.

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