नई दिल्ली : वैसे तो हमारे नेताओ के नाम धांधली और भ्रष्टाचार को लेकर ही सामने आते है. लेकिन अब तो हद्द हो गयी नेता लेख की भी चोरी करने लगे है. खबर है की वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली पर चोरी का लेख लिखने का आरोप लगाया गया है. उनका नाम साहित्य की चोरी को लेकर खबरों में छाया हुआ है. उन्होंने एक अंग्रेजी समाचार पत्र में 11 जून को नमो सरकार की आलोचना व तीखी टिप्पणी करते हुए "From welfare to paternalism' शीर्षक से एक लेख लिखा था. इस लेख के कुछ अंश चोरी के है. चोरी किये गए पैराग्राफ लेखक जी सम्पत के 26 मई को इसी अखबार में छपे हुए लेख से लेने का आरोप लगाया गया है.
मामले की सूचना मिलने के पश्चात समाचार पत्र ने अपनी वेबसाइट से लेख को हटा दिया और लिखा कि, "11 जून 2015 को डॉक्टर वीरप्पा मोइली का लेख From welfare to paternalism ऑनलाइन एडिशन से हटा दिया गया है. लेख पर साहित्यिक चोरी का आरोप है जिसकी जांच हो रही है. "द न्यूज मिनट" की सूचना के अनुसार इस लेख में लिखा गया था कि किस तरह मोदी सरकार ने सोशल सेक्टर के बजट में कमी करी है. मोइली के लेख के कई दूसरे वाक्य भी इस लेख से लिए गए है. मामले की जांच की जा रही है.