इस्लामाबाद : जहां एक ओर भारत घरेलू हिंसा और महिला सशक्तिकरण को लेकर कानून को सख्त कर रहा है, तो वहीं पाकिस्तान में लड़कियां घरेलू हिंसा को सही मानती है। यह चौंकाने वाली रिपोर्ट यूनाइटेड नेशन्स पॉपुलेशन फंड की ओऱ से जारी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में लड़कियां पति द्वारा पिटाई करने को गलत नहीं मानती है। इस रिपोर्ट की मानें तो पाक में करीब 53 फीसदी टीएनजर लड़कियां मानती है कि पति द्वारा किसी एक वजह से पिटाई करना जायज है।
पाकिस्तनी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून में कहा गया है कि पाकिस्तान में 15-19 साल की लड़कियों का मानना है कि शारीरिक संबंध बनाने से इंकार करने पर पति को अपनी पत्नी को मारना सही है। सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ ऑफ यंग पीपुल इन एशिया एंड द पैसिफिक' की रिपोर्ट के मुताबिक पाक में 30 फीसदी से भी ज्यादा लड़कियों ने शारीरिक या यौन हिंसा का अनुभव किया है।
रिपोर्ट में 25-51 फीसदी ने कहा कि पत्नी की पिटाई न्यायसंगत है। पाक महिलाओं का मानना है कि यौन संबंध बनाने के लिए पति द्वारा पत्नी की पिटाई गलत नहीं है। इसका कारण बेरोजगारी, निम्न शिक्षा दर और पारिवारिक पृष्ठभूमि जिम्मेदार है। पाकिसल्तान में ऐसे किशोरों की संख्या सबसे ज्यादा है, जो एचआईवी से पीड़ित है।