मेक इन इंडिया के तहत देश में अच्छा निवेश देखने को मिला है. इसके साथ ही यह भी देखने को मिला रहा है कि हमारे पडोसी देश पाकिस्तान के भी चार-पांच बैंक यहाँ अपनी ब्रांचेज खोलने पर विचार कर रहे है. जी हाँ, हाल ही में इस बारे में खुद पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने यह बात कही है.
बता दे कि स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान के डिप्टी गवर्नर सईद अहमद ने यह कहा है कि यह बेहद भी बुरा है कि दोनों देशों के मध्य बिज़नेस के साथ ही बैंकिंग को लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. लेकिन मुझे इस बारे में विश्वास है कि दोनों देश के पास इकट्ठा सीखने का मौका जल्द ही मौजूद होने वाला है.
उन्होंने इसके साथ ही यह भी बताया है कि कई ऐसे पाकिस्तानी बैंक हैं जोकि भारत में कदम रखने के लिए तत्पर है. और यहाँ अपनी शाखाएं खोलना चाहते है. भारत में कितने बैंक परिचालन के लिए आने के सवाल पर उन्होंने यह कहा कि अनौपचारिक तौर पर चार से पांच प्रमुख बैंकों ने इस मामले में बात को आगे बढ़ाया है.
लेकिन कोई भी ऐसा आवेदन नहीं मिला है जिसे औपचारिक कहा जा सके. गौरतलब है कि अगस्त 2012 के दौरान दोनों देशों के दो बैंकों को पूर्ण बैंकिंग लाइसेंस देने के मुद्दे पर सहमत भी हुए थे, लेकिन इसके बाद इस संदर्भ में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई.