नई दिल्ली: पाकिस्तान हर समय भारत के खिलाफ नापाक साजिशें करने में जुटा रहता है। अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होने से पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिला गया है और एक बार फिर नापाक कोशिश करते हुए भारत के आंतरिक मामलों में दखल दिया है। पाकिस्तान ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण आरंभ करने के लिए भारत की आलोचना की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि एक तरफ जहां दुनिया कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है। वहीं RSS- भाजपा हिंदुत्व के एजेंडा में व्यस्त है। अध्योध्या में मंदिर निर्माण का शुरु होना इस दिशा में एक और कदम है। यह दर्शाता है कि देश में मुसलमानों को किस तरह हाशिए पर रखा जा रहा है? पाकिस्तान सरकार और यहां के लोग इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। पाकिस्तान फॉरेन ऑफिस के बयान में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की भी काफी आलोचना की गई है।
बयान में कहा गया है कि बाबरी मस्जिद, नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) जैसे कदमों से पता चलता है कि भारत के अल्पसंख्यक किस कदर वंचित हैं। दूसरी तरफ हिंदुस्तान सरकार दुनिया के सभी देशों को बता चुकी है कि CAA उसका आंतरिक मसला है और इससे किसी अन्य देश का कोई ताल्लुक नहीं। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस कानून का उद्देश्य पड़ोसी देशों के उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों की रक्षा करना है।
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