पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार के खिलाफ लंदन ब्रिज हमले में शामिल व्यक्ति को पाकिस्तानी मूल का बताने पर लोगों का गुस्सा भ़़डक गया. उग्र प्रदर्शनकारियों ने राजधानी इस्लामाबाद स्थित अखबार के दफ्तर को करीब तीन घंटे तक घेरे रखा और वहां काम करने वालों को बाहर निकलने नहीं दिया.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि डॉन अखबार ने अपने शीषर्षक में लंदन ब्रिज पर आतंकी हमले में दो लोगों को मौत के घाट उतारने वाले हमलावर उस्मान खान को पाकिस्तानी मूल का ब्रिटिश नागरिक लिखा था. जबकि दूसरे पाकिस्तानी अखबारों ने हमलावर को ब्रिटेन में जन्मा और वहीं पला-बढ़ा बताया था. साथ ही यह भी छापा था कि उसका पाकिस्तान से कोई संबंध नहीं था. उस्मान ने पिछले हफ्ते लंदन ब्रिज पर हमले को अंजाम दिया था. उसने आतंकी हमले का पाकिस्तान में ही प्रशिक्षण लिया था। उसकी किशोरावस्था पाकिस्तान में ही बीती थी.उसका परिवार मूल रूप से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का रहने वाला है.
सोमवार को उस्मान को पाकिस्तानी मूल का बताने से आक्रोशित कुछ दर्जन लोगों ने डॉन अखबार के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. लिखित माफी पर अड़े प्रदर्शनकारियों ने करीब तीन घंटे तक अखबार के किसी कर्मचारी को ना तो दफ्तर में जाने दिया और ना ही बाहर निकलने दिया. इस दौरान उन लोगों ने अखबार और डॉन टीवी के कुछ कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार भी किया. बाद में सहायक पुलिस आयुक्त की मौजूदगी में अखबार प्रबंधन और प्रदर्शनकारियों के बीच सुलह कराई गई.