इस्लामाबाद : पाकिस्तान किस कदर आतंकियों को संरक्षण देता है, इसका एक और नमूना सामने आया है। ड्रोन हमले में अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला अख्तर मंसूर के मारे जाने पर पाकिस्तान ने अमेरिका की निंदा की है। पाकिस्तान की धरती पर किए गए इस हमले को पाक ने अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया है।
अमेरिका की ओर से पाकिस्तान में घुसकर किए गए हमले में मंसूर में मारा गया। मंसूर व एक अन्य को अमेरिका ने तब निशाना बनाया जब वो दोनों पाकिस्तान-अफगानिस्तान के सीमा के पास स्थित बलूचिस्तान प्रांत के अहमद नगर इलाके में किसी वाहन में सवार होकर कहीं जा रहे थे।
इस पर अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए पाकिस्तान के विदेश विभाग ने एक बयान जारी कर कहा है कि अमेरिका ने हमले की सूचना दी थी कि सीमा क्षेत्र में मानव रहित ड्रोन से हमला किया गया है, जिसमें मंसूर को निशाना बनाया गया। ड्रोन से हमला होने के बाद इस सूचना को पीएम नवाज शरीफ व सेना प्रमुख को दी गई।
हांला कि उनका कहना है कि आगे की जांच जारी है, लेकिन फिर भी यह हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है। इससे पहले भी अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ इस मसले को उठाया है। विदेश कार्यालय ने कहा कि अभी तक मिली सूचना के अनुसार वली मोहम्मद पुत्र शाह मुहम्मद, निवासी किल्ला अब्दुल्लाह 21 मई को तफ्तान सीमा से पाकिस्तान में घुसा था।
उसके पास एक पाकिस्तानी पासपोर्ट और एक पहचान पत्र था। उसके पासपोर्ट पर वैध ईरानी वीजा था। वह एक वाहन में सफर कर रहा था, जिसे तफ्तान में एक परिवहन कंपनी से किराए पर लिया गया था। यह वाहन पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से लगे कोचाकी में नष्ट पाया गया। ड्राइवर की पहचान मोहम्मद आजम के तौर पर हुई है।