भुवनेश्वर: पुरी के राजा गजपति महाराज दिब्यासिंहा देब जगन्नाथ मंदिर पहुंच चुके हैं। वह रथयात्रा में शामिल होंगे। इसके साथ ही वह ‘छेरा पहानरा’ अनुष्ठान भी करेंगे, जिसमें भगवान जगन्नाथ के रथ को सोने जड़ित झाड़ू से साफ किया जाएगा। बता दें कि यह अनुष्ठान पुरी के राज परिवार के लोगों द्वारा ही किया जाता है।
शीर्ष अदालत के निर्देशानुसार, कड़ी शर्तों के साथ पुरी में जगन्नाथ यात्रा आरंभ हो चुकी है। यात्रा में अधिकतम 500 लोगों को ही रथ खींचने की इजाजत दी गई है। वहीं शहर में कर्फ्यू की स्थिति हैं और लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। लोग अपने घरों से ही टीवी पर रथयात्रा का लाइव टेलीकास्ट देख रहे हैं। बता दें कि 2500 वर्ष से भी अधिक समय में ऐसा पहली बार होगा कि रथयात्रा में भक्त शामिल नहीं होंगे और वह अपने अपने घरों में कैद रहेंगे।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अभय ने कहा कि समूचे जिले में बुधवार दोपहर दो बजे तक ‘‘कर्फ्यू जैसा’’ बंद लागू रहेगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे कोरोना वायरस महामारी के बीच रथयात्रा का जश्न मनाने के दौरान सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करें। पुलिस महानिदेशक ने यह भी कहा कि नौ दिवसीय उत्सव में सुरक्षा के लिए पुलिस बल की 50 से ज्यादा पल्टन को तैनात किया गया है। बल की एक पल्टन में 30 कर्मी शामिल होते हैं।
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