नई दिल्ली : संसद में कार्रवाई प्रारंभ होने के बाद फिर हंगामा होने लगा। इस दौरान विपक्ष ने सत्तापक्ष पर हर ओर से हमले करना प्रारंभ कर दिए। मामले में यह कहा गया कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भगोड़े की मदद की है। सुषमा ने अधिकारों का दुरूपयोग किया। यहां तक कि विपक्ष ने सुषमा के कदम को देश विरोधी करार दे दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मानवता के नाते मदद नहीं की गई है। यह गलत बात है। ललित मोदी की मदद पैसों के लिए की गई है। मामले में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और प्ले कार्ड दिखाए।
दूसरी ओर राज्य सभा में भी आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने के मामले में जमकर हंगामा हुआ। यहां वित्तमंत्री अरूण जेटली संबोधन दे रहे थे तो उन्हें हंगामे का सामना करना पड़ा। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भाषा की आलोचना की गई। विपक्ष ने संसद न चलने देने की बात तय की और जमकर हंगामा किया।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में संसदीय कार्य मंत्री एम. वैंकेया नायडू द्वारा विपक्ष से मांग की गई थी कि वह संसद चलने दे और संसद की कार्रवाई में सांसद पहुंचे। जिससे महत्वपूर्ण विधायकी कार्य संपन्न किए जा सकें लेकिन संसद में सांसदों के आते ही विपक्ष ने प्रोसिडिंग में जमकर हंगामा किया और विरोध का शोर तेज हो गया।