राहुल गांधी के किन बयानों पर मचा है बवाल, जानिए उनमे कितना सच-कितना झूठ ?
राहुल गांधी के किन बयानों पर मचा है बवाल, जानिए उनमे कितना सच-कितना झूठ ?
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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किया जा चुका है। बीते काफी समय से सत्ताधारी भाजपा के नेता राहुल गांधी पर बेबुनियाद आरोप लगाने को लेकर हमला करती रही है। अब हाल में जब 'सारे मोदी चोर हैं' मामले में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को 2 साल जेल की सजा सुनाई, तब भी कोर्ट ने उन्हें कहा था कि, एक सांसद होने के नाते आपको जिम्मेदारी से बोलना चाहिए, क्योंकि आपके बोलने का व्यापक प्रभाव पड़ता है। अदालत ने यह भी कहा था कि, यदि आपको कम सजा दी गई, तो जनता के बीच गलत सन्देश जाएगा। जिसके बाद संसद के नियमों के मुताबिक, राहुल गांधी लोकसभा में अयोग्य घोषित हो गए और उनकी सांसदी चली गई। बता दें कि, नियम के अनुसार, किसी भी सांसद या विधायक को दो साल या उससे अधिक की सजा मिलने के बाद सदस्यता गंवानी पड़ती है। अब सांसदी जाने के बाद राहुल गांधी के कुछ बयान वापस वायरल हो रहे हैं, जिनपर बवाल मचा था और भाजपा ने उनसे माफ़ी की मांग की थी।   

1- सिखों को दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं :-

हाल ही में ब्रिटेन दौरे पर गए राहुल गांधी ने वहां से भारत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि, पीएम नरेंद्र मोदी मुस्लिमों और सिखों को दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं। बता दें कि, राहुल गांधी ने ये बयान ऐसे समय में दिया था, जब भारतीय समुदाय के खिलाफ दुनियाभर में खालिस्तानी हमले हो रहे थे। राहुल गांधी के इस बयान के बाद भी 19 मार्च को ब्रिटेन में खालिस्तानियों ने भारतीय दूतावास पर हमला किया और वहां तिरंगे का अपमान किया। राहुल गांधी के इस बयान को हथियार बनाकर भारत विरोधी ताकतें, सिखों को भड़का सकती थी, या हो सकता है कि भड़का भी दिया हो। 

2- मेरे फोन में पेगासस था : - 

लंदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये भी दावा किया था कि, उनकी जासूसी की गई थी और उनके फ़ोन में पेगासस था। राहुल ने दावा किया था कि, उन्हें खुद ख़ुफ़िया अधिकारियों ने बताया था कि, वे फोन पर बात करते समय सतर्क रहें, क्योंकि उनकी जासूसी की जा रही है। इसमें आश्चर्य की बात ये है कि, जो अधिकारी जासूसी कर रहे हैं, वो खुद राहुल को क्यों बताएंगे कि आपकी जासूसी की जा रही है ? वहीं, पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट की कमिटी ने  29 मोबाइल की जांच की थी, जिसमे से एक में भी पेगासस नहीं निकला था। हालाँकि, राहुल ने अपना मोबाइल जांच के लिए नहीं दिया था। ऐसे में ये भी सवाल उठता है कि, यदि उनके मोबाइल में पेगासस था तो उन्होंने अपने फोन की जाँच क्यों नहीं करवाई ? और जब सुप्रीम कोर्ट की समिति को पेगासस नहीं मिला, तो फिर उन्होंने विदेश जाकर भारत सरकार पर बेबुनियाद आरोप क्यों लगाए ?

3- लोकतंत्र मर रहा, ब्रिटेन-अमेरिका क्यों चुप:-

ब्रिटेन में ही राहुल गांधी ने कहा था कि, भारत में लोकतंत्र मर रहा है और इसकी रक्षा का दावा करने वाले ब्रिटेन-अमेरिका चुपचाप देख रहे हैं।   इस पर विरोधी पक्ष का कहना था कि, यदि राहुल गांधी को भारत में लोकतंत्र खतरे में नज़र आ रहा था, तो इसके लिए वे न्यायालय का रुख कर सकते थे। जिस देश ने कभी भारत को गुलाम बनाया था, राहुल गांधी उनसे भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने की अपील क्यों कर रहे हैं ?

4- कश्मीर में महिलाओं का यौन शोषण:-

भारत जोड़ो यात्रा के अंत में राहुल गाँधी ने जम्मू कश्मीर में कहा था कि, मुझे कुछ महिलाएं मिलीं, जिन्होंने बताया कि, उनके साथ यौन शोषण हुआ है, लेकिन वो किसी से कह नहीं पा रहीं हैं। बता दें कि, यही आरोप पाकिस्तान भी भारत पर लगाता है कि, भारतीय सुरक्षाबल कश्मीरी महिलाओं का यौन शोषण करती है। इस मामले पर जब दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी से उन महिलाओं के नाम बताने के लिए कहा, ताकि उन्हें न्याय दिलाया जाए। इसके लिए 2 बार अधिकारी राहुल गांधी के घर भी गए, लेकिन उन्हें बेरंग लौटना पड़ा। इसके बाद जब दिल्ली पुलिस टीम के साथ राहुल गांधी के घर पर जवाब लेने पहुंची, तो उन्हें एक पत्र में जवाब मिला कि, उन्हें 8-10 दिन में जवाब दे दिया जाएगा। दरअसल, राहुल यदि चाहते तो कश्मीर में ही पुलिस या सुरक्षाबलों को उन महिलाओं की जानकारी देते हुए मदद के लिए कह सकते थे, लेकिन अब उनके बयान पर बवाल मचा हुआ है। 

5- मैंने आतंकवादी को देखा:-

जम्मू कश्मीर में भारतीय सेना और पुलिस लगातार आतंकवाद का सफाया करने में लगी हुई है, ताकि धरती के स्वर्ग में एक बार फिर अमन-शांति स्थापित हो सके। ब्रिटेन में भारत जोड़ो यात्रा का किस्सा सुनाते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि, जम्मू कश्मीर में मैंने आतंकवादी को देखा और उसने मुझे देखा, लेकिन उसने मुझे कुछ नहीं किया। राहुल के इस बयान पर जमकर बवाल मचा था, और विरोधियों की तरफ से कहा गया था कि, यदि राहुल ने आतंकियों को देखा था, तो सुरक्षाबलों को इस बारे में क्यों नहीं बताया, जो अपनी जान जोखिम में डालकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं ? 

6- चौकीदार चोर है पर मांगनी पड़ी थी माफ़ी :-

बता दें कि, 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने राफेल डील मामले को लेकर एक भाषण में कह दिया था कि, अब तो सुप्रीम कोर्ट भी मान चूका है कि, 'राफेल डील में घोटाला हुआ है और चौकीदार ही चोर है।' इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को जमकर फटकार लगाई थी कि, आप अदालत का नाम लेकर ऐसा झूठ नहीं बोल सकते। जिसके बाद राहुल ने अपने बयान पर खेद जताया था। राहुल ने भविष्य में अदालत के हवाले से ऐसी कोई भी बात नहीं कहने की भी बात कही थी, जिसे न्यायालय ने न कहा हो। लेकिन, राहुल के पहले हलफनामे पर सर्वोच्च न्यायालय संतुष्ट नहीं हुआ, जिसके बाद उन्होंने दूसरा हलफनामा दाखिल किया। 22 पेज के दूसरे हलफनामे में एक जगह ब्रैकेट में 'खेद' शब्द लिखे जाने पर शीर्ष अदालत ने कड़ा रुख अपनाया, जिसके बाद आखिरकार राहुल ने तीसरा हलफनामा दाखिल कर बिना शर्त माफी मांग ली थी।

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