शंघाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अलीबाबा के जैक मा सहित चीन की 20 शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) से यहां मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्विटर पर लिखा, "मोदी ने सीईओ से कहा, 'मैं आपसे यह कहने आया हूं कि भारत में विनिर्माण करें (मेक इन इंडिया)'।" इस दौरान भारत-चीनी कंपनियों के बीच 21 समझौते हुए, 22 बिलियन डॉलर का करार हुआ.
विदेश मंत्रालय के एक ट्वीट के अनुसार, "अलीबाबा के जैक मा ने मोदी से कहा कि मैं भारत को लेकर उत्साहित हूं। मैं मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया को लेकर उत्साहित हूं।" एक अन्य ट्वीट के अनुसार, "लियांग वेनगेन ने कहा कि हम भारत को उम्मीद से देखते हैं, जहां जबर्दस्त कार्य बल और बड़ा बाजार है।" प्रधानमंत्री के चीन दौरे का आखिरी पड़ाव शंघाई है, जहां से वह मंगोलिया के लिए रवाना होंगे।
टेंपल आॅफ हेवन का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजिंग के दौरे के अंतिम सत्र में टेंपल आॅफ हेवन पहुंचे। जहां उन्होंने टेंपल आॅफ हेवन के दर्शन किए और यहां का अवलोकन किया। यह मंदिर ताओ धर्म के अंतर्गत आता है तो दूसरी ओर सबसे भव्य पंथ वास्तुकला के लिए पहचाना जाता है। यही नहीं योग और ताईची की अहमियत को लेकर उन्होंने कहा कि योग से तन-मन और बुद्धि संतुलित होती है। उन्होंने 177 देशों के योग प्रयोजक बनने की बात का उल्लेख किया और कहा कि योग से रोग और भोग से मुक्ति मिलती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विद्या एक ऐसा धन है जो देने से बढ़ता है और सभी धन में सबसे बड़ा धन है। प्रधानमंत्री ने चीनी कहावत का उल्लेख किया। जिसमें उन्होंने कहा कि इसका अर्थ यह है कि यदि आप एक वर्ष आगे की सोचते हो तो बीज बोते हो, यदि 10 वर्ष आगे की सोचतो हो तो पेड़ लगाते हो, 100 वर्ष का विचार करते हो तो शिष्य तैयार करते हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच शैक्षणिक समन्वय की बात कही, यही नहीं उन्होंने माइनिंग एंड मिनरल सेक्टर में सहयोग के साथ ही अंतरिक्ष तकनीक में सहयोग की बात कही है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतरराष्ट्री विभाग के साथ भारतीय विदेश मंत्रालय का समझौता किया गया।