बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ओम पूरी ने 6 जनवरी साल 2017 में महज 67 साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. आज ओम पूरी की दूसरी पुण्यतिथि . भले ही वो अब इस दुनिया में ना हो लेकिन आज भी ओम अपने अभिनय के जरिए लोगों के जहन में बसे हुए हैं.
ओम पुरी ने अपनी मौत से एक रात पहले ही एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि, 'मेरे जाने के बाद मेरा योगदान याद किया जाएगा.' जी हाँ.... और इसके साथ ही ओम पुरी ने 23 दिसंबर, 2016 को भी दिए एक इंटरव्यू में कहा था, "मेरे दुनिया छोड़ने के बाद, मेरा योगदान दिखेगा और युवा पीढ़ी में विशेष रूप से फ़िल्मी छात्र मेरी फ़िल्में जरूर देखेंगे'. इसके साथ ही ओम पुरी ने उस बातचीत में ये भी कहा था कि, "मेरे लिए वास्तविक सिनेमा 80 और 90 के दशक का था, जब श्याम बेनेगल, गोविंद निहलानी, बासु चटर्जी, मृणाल सेन और गुलजार जैसे फ़िल्म -निर्देशकों ने उल्लेखनीय फ़िल्में बनाईं'.
आपको बता दें ओम पूरी का जन्म 18 अक्टूबर 1950 को पटियाला, पंजाब में हुआ था. ओम पुरी का बचपन अन्य बच्चों से काफी अलग तरह से बीता था. दरअसल वो जहां रहते थे उसके पीछे एक रेलवे यार्ड था और रोज रात के समय ओमपुरी घर से भागकर ट्रेन में सोने चले जाते थे. ऐसा इसलिए क्योकि उन्हें ट्रेन से बड़ा लगाव था और ओम तो बड़े होकर ट्रेन ड्राइवर भी बनना चाहते थे.
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