मदुरईः तमिलनाडु की एक बुजुर्ग महिला ने पेंशन न मिलने पर विरोध करने का अजीब कदम उठाया है। इस 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने वृद्धा पेंशन के लिए अधिकारियों से गुहार लगाती रही मगर उन्हें कोई मदद नहीं मिली। महिला के पास पेट पालने का और कोई साधन नहीं था, तो उसने सार्वजनिक शौचालय को ही अपना ठिकाना बना लिया। महिला तमिलनाडु के मदुरई जिले की रहने वाली हैं। 65 साल की करुप्पेयी बीते 19 सालों से रामनाद में एक सार्वजनिक शौचालय में रह रही है।
बुजुर्ग महिला शौचालय की सफाई करके अपनी आजीविका चला रही है। शौचालय की सफाई के बदले उसे हर रोज औसतन महज 70 से 80 रुपए मिल पा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि महिला की कोई संतान नहीं है। करुप्पेयी की एक बेटी है, मगर वह कभी भी अपनी मां से मिलने नहीं आई। महिला ने शौचालय के अंदर ही अपना ठिकाना बनाया हुआ है।
यहीं कुछ दो-चार बर्तन और एक छोटे से मिट्टी के चूल्हे के साथ उसकी जिंदगी कट रही है। शौचालय की सफाई के एवज में उपयोगकर्ताओं से मामूली शुल्क लेती है और उसी के सहारे जिंदगी काट रही है। महिला ने कहा कि उसने सीनियर नागरिक पेंशन के लिए आवेदन किया था, मगर नहीं मिला। इसके लिए उसने जिला कलेक्टर कार्यालय में कई अधिकारियों से गुहार लगाई, मगर कुछ भी नहीं हुआ। उसके पास आजीविका के लिए आय का कोई अन्य स्रोत नहीं है, इसलिए वह यहां इस सार्वजनिक शौचालय में जिंदगी गुजार रही है।
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