देवघर : श्रावण के दूसरे सोमवार को झारखंड के देवघर में हुई भगदड़ को लेकर राज्य सरकार द्वारा देवघर के डीसी, एसपी, क्षेत्रीय निदेशक-स्वास्थ्य और सिविल सर्जन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। दरअसल देवघर में श्रद्धालुओं की तादाद अधिक बढ़ जाने के बाद यहां अव्यवस्था फैलने लगी और स्थिति भगदड़ की हो गई। भगदड़ के दौरान 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 50 से ज़्यादा लोग घायल हो गए। जिसके बाद यहां की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े हो गए। यहां पदस्थ अधिकारियों को निलंबित करने के बाद राहुल पुरवार को देवघर का डीसी नियुक्त किया गया है।
दूसरी ओर दुमका एसपी विपुल शुक्ला को देवघर में पोस्ट कर दिया गया है। मामले में मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा गृह सचिव की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई। तड़के 4 बजे देवघर मंदिर के पास बेला बागान स्थित दुर्गा मंदिर पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। शिवलिंग पर जल चढ़ाने वालों में होड़ मच गई और होड़ ने भगदड़ का रूप ले लिया। श्रद्धालुओं की मौत पर सभी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मामले में मृतकों के परिजन को 2 लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई तो दूसरी ओर घायलों को 50 हजार रूपए की सहायता सौंपी गई।
मामले में कहा गया है कि कावडि़यों की संख्या बढ़ती चली गई जिसके कारण भगदड़ मच गई। मामले में महिला सहित 10 लोगों की मौत हो गई इस दौरान करीब 50 लोग घायल हो गए। मामले में 4 लोगों को हेलीकाॅप्टर से रांची स्थित रिम्स में भर्ती करवाया गया है। तो 19 लोगों को उपचार के लिए देवघर के चिकित्सालय में इलाज दिया जा रहा है। यहां पर व्यवस्थाओं के लिए पुलिस बल बढ़ा दिया गया है और यहां पर अब रिजर्व पुलिस बल को भी तैनात कर दिया गया है।