लुधियाना : हीरो साइकिल्स के फाउंडर एवं CMD ओपी मुंजाल का आज सुबह लुधियाना में निधन हो गया. देश के लाखों लोगों को रोजगार देने वाले मुंजाल 87 साल के थे. मुंजाल साल 1947 में पाकिस्तान से भारत आ गए थे. उन्होंने लुधियाना में साइकिल इंडस्ट्री का पूरा इकोसिस्टम खड़ा कर दिया. OP मुंजाल का जन्म पाकिस्तान के कमालिया में हुआ था. 1944 में उन्होंने पाकिस्तान में अपने भाइयों दयानंद, बृजमोहन और सत्यानंद मुंजाल के साथ मिलकर साइकिल स्पेयर पार्ट का काम शुरू किया, लेकिन वो 1947 में विभाजन की वजह से परिवार के साथ अमृतसर में बस गए.
भारत आकर उन्होंने 1956 में भाइयों के साथ मिलकर 50 हजार रुपए की पूंजी से हीरो साइकिल्स की स्थापना की. कंपनी ने लुधियाना में साइकिल पार्ट बनाने की इकाई स्थापित की और उसी साल पूर्ण साइकिल असेम्बल करना शुरू किया। तब प्रतिदिन 25 साइकिल ही बन पाती थीं। खुद मुंजाल बंधु टायर-ट्यूब लेने लुधियाना से जालंधर जाते थे. ओपी मुंजाल की मेहनत रंग लाई और 10 साल के अन्दर ही हीरो साइकिल्स ने एक लाख साइकिल की उत्पादन क्षमता हासिल कर ली.
* 1980 के दशक में हीरो साइकिल ने दुनिया की सबसे बड़ी साइकिल निर्माता कंपनी बन गई. उस समय कंपनी रोजाना 19000 साइकिलों के उत्पादन के साथ हीरो का नाम गिनीज बुक में भी शामिल किया गया.
* 2004 में हीरो साइकिल को ब्रिटेन में सुपर ब्रांड का दर्जा मिला.
* आज हीरो साइकिल्स 14 करोड़ साइकिलों के निर्माण के साथ दुनिया की सबसे बड़ी साइकल निर्माता कंपनी है.
* कंपनी के 30,000 एम्प्लाई और दुनियाभर में 7500 आउटलेट्स हैं.