अब INS विराट बन सकता है होटल
अब INS विराट बन सकता है होटल
Share:

भारत का जाना माना विमानपोत आईएनएस विक्रांत को 1997 में डी-कमीशन किया गया था। इसके बाद इसको संग्रहालय में बदला गया था। हालाँकि कुछ समय बाद उसको युद्धपोत में बदल दिया गया था। पर भारत में फिर एक बार एक विमान पोत को होटल में बदलने का मामला सामने आया है।

जी हाँ भारत का प्रथम श्रेंणी का आईएनएस विराट विमानवाहक पोत को अब रिटायर किया जा रहा है। इसने नौसेना में 29 वर्ष तक सेवाएं दी है। इसकों कुल 57 वर्षो के  बाद रिटायर किया जा रहा हैं, भारत के पश्चिमी कमांड का एक मात्र भारतीय नौसेना का अंतिम ब्रिटिश जहाज आईएनएस विराट है।

रक्षा मंत्रालय ने देश के पहले विमानवाहक पोत आईएनएस विराट को खरीदने के लिये सभी राज्यों को सूचित कर दिया है। साथ में यह भी कहा है कि, राज्य चाहे तो इसे एक रू में खरीद सकता है पर शर्त ये है कि, राज्य को इसकी मराम्मत करवानी होगी। साथ में यह भी कहा है कि, राज्य को इस पोत को म्यूजियम या फिर होटल में बदलने के लिये भी निवेश करना होगा।  इस शर्त को मानते हुये आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने रक्षामंत्रालय से हांल में ही कहा है कि वह आईएनएस विराट को होटल में बदलना चाहतें 
हैं।

पर इस पर मंत्रालय ने अभी कोई प्रतिक्रिया नही दी। जबिक वही पोत को होटल में बदलने का सारा खर्चा आंध्रप्रेदेंश सरकार अदा करेगी। यदि मंत्रालय आदेश दे देगा तो विराट को होटल में बदलने के बाद विशाखापत्तनम के रामकृष्ण मिंशन समुद्र तट पर लाया जा सकता है। वह इस लिये क्येांकि देश का इकलौता पनडुब्बी संग्रहालय भी यही है और यहां लगभग औसतन 270,000 लोंग इस संग्रहालय को देखने के लिये आते है।

यदि ऐसा हुआ तो भारत में पर्यटकों का आना और भी बढ़ सकता है। भारतीय नौसेना में इतनी सेवा देने के बाद अब विराट को होटल के रूप में जाना जा सकता है। यदि विराट को होटल के रूप में बदला जाता है तो इसमें लगभग 500 कमरे बनाये जा सकते है। जो की किसी भी पोत में बने सबसे ज्यादा कमरे होगें । और यह दुनिया का पहला पोत सबित होगा। जो कि 500 कमरों का होटल किसी विमानवाहक पोत पर बना होगा।

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -