भोपाल। मध्यप्रदेश में कौन सी पार्टी इस बार सत्ता पर काबिज होगी, यह 28 नवंबर को ईवीएम में कैद हो जाएगा। मध्यप्रदेश में यूं तो लोग अपने मताधिकार के लिए काफी जागरुक हैं और वह चुनावों में बढ़—चढ़कर हिस्सा लेते हैं, लेकिन प्रदेश में पिछले चुनावों में नोटा का इस्तेमाल भी काफी हुआ। प्रदेश के रतलाव जिले में मतदाताओं ने सबसे ज्यादा नोटा दबाया। अगर 2013 के आंकड़ों को देखें, तो रतलाब की सैलाना विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा नोटा के वोट पड़े, इसके बाद नीमच जिले की जावद विधानसभा सीट और तीसरे नंबर पर मंदसौर जिले की गरोठा विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा नोटा दबाया गया।
ग्रामीण अंचलों में नोटा का प्रयोग सबसे ज्यादा
अगर हम पिछले चुनाव के आंकड़ों की बात करें, तो नोटा का सबसे ज्यादा प्रयोग ग्रामीण अंचल में हुआ। 2013 में मंदसौर के गरोठ में 2.05 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया था।
इन विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पड़े वोटा
विधानसभा क्षेत्र नोटा वोट
सैलाना 4588
जावद 3464
गरोठ 3331
रतलाम ग्रामीण 2971
आलोट 2545
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