नोएडा: यूपी पुलिस प्रशासन में नई कमिश्नर प्रणाली लागू होने के ठीक एक दिन पहले नोएडा कमिश्नर कार्यालय से बड़ी खबर देखने को मिली है. वहीं बुधवार को नवनियुक्त कमिश्नर आलोक सिंह नोएडा में प्रभार संभालेंगे. जंहा इसके पहले सूरजपुर स्थित पुलिस कमिश्नर ऑफिस में कई दस्तावेजों के जलने की खबर आई है. लेकिन एसपी देहात रणविजय सिंह ने इस मामले में कहा कि किसी जरूरी कागजातों या दस्तावेजों को नहीं जलाया गया है, बल्कि कैंटीन संचालक ने कूड़े में आग लगाई है. वहीं आशंका जताई जा रही है कि जिन कागजातों को जलाया गया है, वे गुंडा एक्ट आदि से संबंधित दस्तावेज थे.
सूत्रों से मिली जानकारी लके अनुसार इस बात का पता चला है कि वहीं एसपी देहात ने इसे खारिज करते हुए आश्वासन दिया कि जलाए गए दस्तावेजों से लेकर पूरे मामले की जांच की जाएगी. इस मामले को नई कमिश्नर प्रणाली से जोड़कर देखा जा रहा है.
जानकारी के लिए हम ा[पको बता दें कि बीते सोमवार यानी 13 जनवरी 2020 को उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने लखनऊ और नोएडा में कमिश्नर प्रणाली को मंजूरी दे दी थी. इसकी घोषणा खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने की. कैबिनेट के इस फैसले के बाद लखनऊ में सुजीत पांडेय को कमिश्नर बनाया गया है, वहीं नोएडा के कमिश्नर के तौर पर आलोक सिंह का नाम तय किया गया है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इससे पहले आलोक सिंह मेरठ रेंज के आईजी के पोस्ट पर तैनात थे.
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