न्यूयाॅर्क : पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मसले को वैश्विक स्तर पर उठाए जाने के मंसूबों पर आखिरकार पानी फिर गया। जी हां, हाल ही में अमेरिका की ओर से यह साफतौर पर कह दिया गया है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का मसला है इसे अन्य देश के हस्तक्षेप से नहीं सुलझाया जा सकता। इसे तो दोनों ही देशों को सुलझाना होगा। अपने अमेरिकी दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा आपस में भेंट की गई। दोनों ही नेताओं के मध्य पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने के मामले पर चर्चा की गई।
जिसमें यह कहा गया कि आतंकवाद के मसले पर सभी को साथ मिलकर लड़ना होगा। आतंकवाद को अच्छा या बुरा नहीं कहा जा सकता। उससे सामना करना होगा। दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है। ओबामा ने यह भी कहा कि यह मुद्दा दोनों ही देशों को मिलकर हल करना होगा। तीसरे पक्ष द्वारा यह मामला नहीं सलझाया जा सकता।
इस दौरान दोनों ही नेता इस मसले को आपसी चर्चा के माध्यम से हल करने में लगे थे। यही नहीं यह भी कहा गया है कि भारतीय रक्षा मंत्रालय द्वारा अमेरिका से 15 चिनूक हैवीवेट हेलिकाॅप्टर्स और 22 अपाचे हेलिकाॅप्टर्स खरीदने की बात भी सामने आई।