चेन्नई : देशभर से विश्वास खो चुकी कांग्रेस पार्टी की बचीखुची बदहाली का आलम पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव ने बता दिया। पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि तमिलनाडु से कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं होगा। कांग्रेस की गठबंधन सहयोगी डीएमके ने अपने दो वरिष्ठ नेताओं को राज्यसभा भेजने के लिए नामित किया है।
इसके साथ ही कांग्रेस के उस प्लान पर भी पानी फिर गया है, जिसमें वो पी चिदंबरम को राज्यसभा भेजने की तैयारी में थी। सीडीएस मणि की रिपोर्ट के अनुसार, सीटों के मैथमेटिक्स के अनुसार, डीएमके-कांग्रेस दो सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की।
ऐसे में उसे एक भी राज्यसभा सीट पाने की उम्मीद नहीं ही है। 2014 लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की यही दशा थी, तब एआईडीएमके ने 37 सीटों पर और एनडीए ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी। अब यह पहला मौका होगा जब दक्षिण से कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं होगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुदर्शन नटचिअप्पन और मणिशंकर अय्यर हाल ही में राज्यसभा से रिटायर हुए है। दक्षिणी राज्य और अविभाजित आंध्र प्रदेश ऐसे राज्य है, जहां से 18 सांसद राज्यसभा जाते रहे है।