पटना: नए संसद भवन पर छिड़ी जंग को लेकर भाजपा नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर करारा हमला बोला है। राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को सिर्फ नरेंद्र मोदी का विरोध करना है इसलिए यह मुद्दा उठा रहे हैं। उन्हें पीएम मोदी जी से व्यक्तिगत द्वेष है। नीतीश कुमार मोदी जी से जलते हैं तथा घृणा करते हैं। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को यदि उद्घाटन कार्यक्रम में नहीं आना है तो मत आएं। मगर यह कहना कि संसद भवन की जरुरत क्या है, उनकी मानसिकता को उजागर करता है। सुशील मोदी ने कहा कि 2026 के पश्चात लोकसभा का नया परिसीमन होगा तो सदस्यों का आंकड़ा बढ़ सकता है। नए सदस्य कहां बैठेंगे? आज भी जब सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति का अभिभाषण होता है तो बाहर से कुर्सियां लगानी पड़ती है तब जाकर सभी लोग बैठ पाते हैं। सुशील मोदी पुराना भवन 90 वर्ष का हो गया है तथा नया भवन बना है तो इसका विरोध क्यों किया जा रहा है? भाजपा एवं नरेंद्र मोदी का विरोध करने के लिए लोकतंत्र के मंदिर संसद भवन का विरोध किया जा रहा है जिसकी जरुरत तुरंत देश को पड़ने वाली है।
सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार एवं उनके सहयोगी दलों ने कदम कदम पर विरोध किया। यह लोग सर्वोच्च न्यायालय तक गए। मगर, वहां भी इन्हें नाकामी हाथ लगी। उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया। इन लोगों ने नेशनल एंबलम लगाने पर भी विरोध किया। शिलान्यास का विरोध किया। ऐसा इसलिए किया क्योंकि इन्हें नरेंद्र मोदी से घृणा है। सुशील मोदी ने राजद के ट्वीट को लेकर भी नीतीश कुमार को लपेटा। उन्होंने कहा कि इनके एक सहयोगी संसद भवन की तुलना ताबूत से कर रहे हैं। यह कितनी गलत बात है। उन्होंने पूछा कि जब देश के पीएम को संसद भवन का उद्घाटन करने का अधिकार नहीं है तो नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन स्वयं क्यों किया? नीतीश कुमार को यह बताना चाहिए कि 17 वर्षों के सीएम काल में उन्होंने कितनी भवनों और योजनाओं का उद्घाटन राज्यपाल से कराया?
उन्होंने पूछा कि जवाब तो अवसर प्राप्त हुआ तो उद्घाटन और शिलान्यास स्वयं करते रहे। मगर देश के पीएम जिन्हें भारी जनादेश से यह अधिकार जनता ने दिया है, तो आपको इतनी जलन हो रही है। 21 पार्टियों द्वारा संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के बहिष्कार के सवाल पर सुशील मोदी ने कहा कि हमने तो आपको न्योता दिया आप स्वयं बहिष्कार कर उद्घाटन में नहीं पहुंचे। इसमें हमारा क्या दोष है। कोई उद्घाटन करे इससे आपको क्या मतलब। आपको तो आना चाहिए था। मगर आपको केवल अवश्य करना है इसलिए नहीं आए कि नीतीश कुमार को इस बात से जलन है कि इसका श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को क्यों मिल रहा है।
'नया संसद भवन बनाने में विपक्ष को भरोसे में क्यों नहीं लिया PM मोदी ने?', शरद पवार ने पूछा सवाल
लालू यादव की पार्टी ने 'ताबूत' से की नए संसद भवन की तुलना, लोग बोले- 9वीं फेल से और क्या उम्मीद...