छपरा: बिहार के सीएम नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण और जनपयोगी 'हर घर नल का जल' देने की योजना पंचायतों की कोताही और ठेकेदारी की मनमर्जी से लोगों को पानी देने में नाकाम हो रही है. इस योजना के तहत सभी को पानी मिलने की योजना पर ठेकेदारों के भ्रष्टाचार का काला बादल छाया हुआ है. जिसके बाद लोग गर्मी में पीने के लिए पानी के लिए तरस रहे हैं.
छपरा के तरैया वार्ड नंबर 7 में नल जल योजना के अंतर्गत पानी की टंकी लगाई गई थी, लेकिन यह सिर्फ दिखावा बन के रह गई. गर्मियों में बिहार सूखे की मार से जूझ रहा है. नल जल योजना से लोगों को गर्मी में कुछ राहत देने की आस थी. लेकिन ऐसा हो न सका. 14 लाख तिहत्तर हजार आठ सौ रुपए की लागत से निर्मित पानी टंकी दिखावे की बन कर रह गई है. नल जल योजना तरैया की कई स्थानों में नाकाम दिख रही है. तरैया रामबाग मरैया टोला में लोगों को पानी की समस्या हो रही है. पानी टंकी का उद्घाटन होने के बाद भी 20 दिनों से पानी नहीं आ रहा है.
लोगों का कहना है इतनी बड़ी रकम लगा कर पानी टंकी का निर्माण कराया गया, जिसके बाद भी लोगों को भी पानी नहीं मिल रहा है. इस बात से लोगो मे गुस्सा है. तरैया की कई स्थानों में नल जल का काम पूरी पस्त दिख रहा है. लोगों का कहना है कि ठेकेदारों ने पानी की टंकी तो बनवाई, किन्तु इसमें पानी के लिए इंतज़ाम नहीं किया गया.
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