2 जून को है भीमसेनी एकादशी, जानिए क्यों कहते हैं निर्जला एकादशी
2 जून को है भीमसेनी एकादशी, जानिए क्यों कहते हैं निर्जला एकादशी
Share:

आप सभी को बता दें कि कल यानी 2 जून को निर्जला एकादशी है. जी दरअसल सालभर की सभी एकादशियों से ज्यादा महत्व ज्येष्ठ मास के शुक्ल की एकादशी का है और इसे निर्जला, पांडव और भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं. वहीँ इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत रखा जाता है. ऐसी मान्यता भी है कि इस एक दिन के व्रत से सालभर की सभी एकादशियों के बराबर पुण्य फल मिलता है. आइए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इसे क्यों कहते हैं भीमसेनी एकादशी.

भीमसेनी एकादशी - महाभारत की एक प्रचलित कथा के अनुसार भीम ने एकादशी व्रत के संबंध में वेदव्यास से कहा था मैं एक दिन तो क्या, एक समय भी खाने के बिना नहीं रह सकता हूं, इस वजह से मैं एकादशी व्रत का पुण्य प्राप्त नहीं कर संकूगा. तब वेदव्यास ने ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी के बारे में बताया. उन्होंने भीम से कहा कि तुम इस एकादशी का व्रत करो. इस एक व्रत से तुम्हें सालभर की सभी एकादिशियों का पुण्य मिल जाएगा. भीम ने इस एकादशी पर व्रत किया था, इसी वजह से इसे भीमसेनी एकादशी कहते हैं.

निर्जला एकादशी - इसी के साथ ही इसे निर्जला एकादशी इसलिए कहते हैं क्योंकि इस तिथि पर निर्जल रहकर यानी बिना पानी पिए व्रत किया जाता है, इस कारण इसे निर्जला एकादशी कहते हैं. वहीँ व्रत करने वाले भक्त पानी भी नहीं पीते हैं और सुबह-शाम भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और अगले दिन द्वादशी तिथि पर पूजा-पाठ और ब्राह्मण को भोजन करवाने के बाद खुद भोजन ग्रहण करते हैं.

अगर सपने में आपको दिख जाए पानी तो जरूर जाने क्या है संकेत

जब हो जन्मदिन तो हमेशा करे यह काम

घर बनाने से पहले इस वजह से भूमि में दबाएं जाते हैं चांदी के शेषनाग

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -