नई दिल्ली: दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने बीते सोमवार यानी 17 फरवरी 2020 को निर्भया के दोषियों की फांसी के लिए तीसरी बार डेथ वारंट जारी कर दिया गया है. वहीं अगर कोई कानूनी अड़चन नहीं आई तो 4 आरोपियों को 3 मार्च 2020 की सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा. इस बीच, गुनहगारों ने सजा टालने के लिए फिर तिकड़मबाजी शुरू कर दी है. दोषियों के वकील ने कोर्ट को बताया कि पवन गुप्ता सुधारात्मक याचिका और दया याचिका लगाना चाहता है. साथ ही अक्षय कुमार भी अपराध के वक्त नाबालिग होने को लेकर नई याचिका दाखिल करना चाहता है.
जंहा यह भी कहा जा रहा है कि डेथ वारंट जारी होने पर संतोष जताते हुए निर्भया की मां ने उम्मीद जताई कि अब दोषियों को किए की सजा मिल जाएगी. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा की कोर्ट में तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से पेश विशेष लोक अभियोजक राजीव मोहन ने बताया, विनय शर्मा, अक्षय कुमार और मुकेश कुमार सिंह के सभी कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि पवन ने अब तक सुधारात्मक याचिका दायर नहीं की है. किसी दोषी की कोई याचिका लंबित नहीं है, लिहाजा डेथ वारंट जारी किया जाए.
जंहा इस बात को लेकर कोर्ट की ओर से मुहैया कराए वकील रवि काजी ने बताया कि पवन सुधारात्मक याचिका और दया याचिका दायर करना चाहता है. उसने अब तक कोई कानूनी विकल्प इस्तेमाल नहीं किया है. यह याचिका निर्भया के माता-पिता और दिल्ली सरकार ने चारों दोषियों को फांसी देने की नई तारीख तय करने के लिए लगाई थी. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दोषियों की कोई याचिका लंबित नहीं है और तीन की दया याचिका राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं. चौथे ने दया याचिका का विकल्प नहीं चुना, ऐसे में निचली अदालत नया डेथ वारंट जारी कर सकता है. गौरतलब है कि 22 जनवरी 2020 और एक फरवरी को भी डेथ वारंट जारी हुआ था लेकिन दोनों बाद फांसी नहीं हो सकी.
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