निको रोसबर्ग ने तीन बार के चैंपियन और अपने साथी खिलाड़ी लुइस हैमिल्टन को पछाड़कर पहली बार विश्व चैंपियन का खिताब जीत लिया। अपने देश के माइकल शूमाकर और सेबेस्टियन बेटल के बाद वो तीसरे विश्व चैंपियन बन गए। हैमिल्टन ने इस बार दस, जबकि रोसबर्ग ने नौ रेस जीतीं। रोसबर्ग के हैमिल्टन से पांच अंक ज्यादा रहे। अबु धाबी ग्रां प्री हेमिल्टन ने जीती लेकिन वह रोसबर्ग को चैंपियन बनने से नहीं रोक सके।
रोसबर्ग को फार्मूला वन विश्व चैंपियन बनने के लिए इस रेस में सिर्फ पोडियम पर आना था और उन्होंने यह रेस दुसरे स्थान पर खत्म कर के हैमिल्टन का वर्चस्व तोड़ा। अबू धाबी रेस में रेडबुल के डेनियल रिकार्डो तीसरे, फेरारी के किमी राइकोनेन व सेबेस्टियन वीटल चौथे व पांचवें, रेडबुल के वस्र्टापेन छठे, फोर्स इंडिया के निको हुल्केनबर्ग व पेरेज सातवें व आठवें और मैक्लारेन के अलोंसो नौवें व विलियम के फिलिप मासा दसवें स्थान पर रहे।
गौरतलब है कि निको रोसबर्ग के पिता केके भी विश्व चैंपियन रह चुके हैं और यह दूसरी बार है जब बाप और बेटे दोनों ने यह वर्ल्ड चैंपियनशिप जीती हो. इस से पहले ब्रिटेन के डेमन हिल यह कारनामा कर चुके हैं.