चेन्नई: देश के लिए जिन जवानों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए उन्हें कोई भूल नहीं सकता। उन्हें तो सभी का सलाम है लेकिन उन्ही के साथ ही उन वीरांगनाओं को भी सलाम है, जो बड़े दुःख को झेलते हुए भी खुद को टूटने नहीं देतीं और जीवन के सभी दर्द को भुलाकर साहस के साथ आगे बढ़ती हैं। ऐसी ही हैं ज्योति नैनवाल। जी दरअसल उन्होंने पति की शहादत के बाद अपनी तकलीफ को पीछे छोड़ते हुए हिम्मत से नया मुकाम पाया है। जी दरअसल वह उन्हीं रास्तों पर चल पड़ी हैं, जिनसे गुजरकर उनके पति ने अपने वतन के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।
#WATCH | Newly commissioned Indian Army Officer Jyoti Nainwal, mother of 2 children is the wife of Naik Deepak Nainwal, who died after being shot while serving our nation in Indian Army operations in J&K in 2018.
— ANI (@ANI) November 20, 2021
(Source: PIB Tamil Nadu) pic.twitter.com/5hlrmGyAtV
मिली जानकारी के तहत बीते शनिवार को ज्योति नैनवाल चेन्नई में आयोजित पासिंग आउट परेड में मौजूद 28 महिला कैडेट्स में शामिल रहीं। वहीं इस मौके पर उनके बच्चे भी वर्दी में नजर आए। आप सभी को बता दें कि इस दौरान 33 साल की ज्योति नैनवाल अपने दोनों बच्चों 9 साल की बेटी लावन्या और 7 साल के बेटे रेयांश को मजबूती से अपने कंधों पर थामे नजर आईं। ज्योति नैनवाल दीपक नैनवाल की पत्नी है। दीपक ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से लड़ते हुए अप्रैल 2018 में घायल हो गए थे।
उस समय उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। उनका निधन मई 2018 में हो गया था। वहीं पति की शहादत के कुछ ही समय बाद ज्योति नैनवाल ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (SSB) टेस्ट की तैयारी शुरू कर दी थी। वहीं टेस्ट पास करने के बाद चेन्नई एकेडमी में उनका 11 महीने तक प्रशिक्षण चला और वह लेफ्टिनेंट के तौर पर सेना में शामिल हुई हैं। इसके लिए उन्होंने अपने पति के मैहर रेजीमेंट को धन्यवाद दिया और कहा कि वे हर कदम पर उनके साथ रहे। वहीं दूसरी तरफ मां के सेना में अफसर बनने पर बच्चों को गर्व है। वह भी आगे चलकर सेना में भर्ती होकर देशसेवा करना चाहते हैं।
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